महापौर के भाई अनवर ढेबर और नितेश पुरोहित को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। वहीं आबकारी विभाग के विशेष सचिव ए.पी. त्रिपाठी और होटल कारोबारी त्रिलोक ढिल्लन को 4 दिन के ईडी रिमांड पर दिया गया है।इन सभी को न्यायिक रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद ईडी ने शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया। इस दौरान उनके अधिवक्ता ने नितेश पुरोहित, ए.पी. त्रिपाठी और त्रिलोक ढिल्लन को रिमांड पर लेने आवेदन पेश किया। साथ ही विशेष न्यायाधीश को बताया कि इन सभी के मोबाइल में शराब के लेनदेन से संबंधित डेटा मिला है। इसे रिकवर करने के बाद पूछताछ करने की जरूरत है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सभी से पूछताछ कर बयान लिया जा चुका है। उनके पक्षकार को परेशान करने के लिए फिर रिमांड आवेदन लगाया गया है। अब पूछताछ करने के लिए कुछ बचा नहीं है।
इसके बाद भी अगर जरूरत पड़ने पर कोर्ट की अनुमति से फिर रिमांड पर लिया जा सकता है। विशेष न्यायाधीश दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अनवर ढेबर और नीतेश के स्वास्थ्य को देखते हुए 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का निर्देश दिया। साथ ही ईडी के आवेदन पर ए.पी. त्रिपाठी और त्रिलोक ढिल्लन से पूछताछ करने 4 दिन के रिमांड पर देने का फैसला सुनाया। साथ दोनों को 23 मई को पेश करने का आदेश दिया। पेशी के लिए अदालत जाते अनवर ढेबर।
ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने बताया कि रिमांड के दौरान सभी के मोबाइल से डेटा और चैटिंग रिकवर की गई है। इसके संबंध में एपी त्रिपाठी और त्रिलोक ढिल्लन से पूछताछ किया जाना था। शराब घोटाले में हुए लेनदेन के संबंध में नीतेश के पुत्र को तलाश किया जा रहा है। वह पिछले काफी समय से गायब है। उसके मिलने पर कुछ अन्य जानकारियां सामने आएंगी।
ईडी ने आबकारी विभाग के सचिव निरंजन दास को नोटिस जारी किया है। इसमें उन्हें पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में 19 मई को उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए है। साथ ही शराब घोटाले में उनकी भूमिका के संबंध में बयान लेने की जरूरत बताई गई है। बता दें कि विशेष सचिव भारत संचार निगम लिमिटेड से प्रतिनियुक्ति पर आए आबकारी विभाग के विशेष सचिव ए.पी. त्रिपाठी को ईडी गिरफ्तार कर चुकी है।