अंबिकापुर। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राम को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज हो रहा है, इसी कड़ी में अब शिक्षा मंत्री ने हनुमान जी के द्वारा पीएम मोदी को पटखनी देने की बात कह डाली है। जिसके बाद बयानबाजी का दौर औऱ तेज होने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल भाजपा नेत्री सरोज पांडेय ने कोरबा दौरे के दौरान ये बात कही थी की चुनाव आते ही कांग्रेस को राम की याद आने लगी है। इसके अलावा सरगुज़ा में केंद्रीय राज्य मंन्त्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी बयान दिया कि भाजपा के रोम रोम में राम है। जबकि कांग्रेस राम का उपयोग चुनाव के लिए कर रही है।
इस पर पलटवार करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि राम का चुनावी उपयोग कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा करती है। भाजपा ने हनुमान जी के साथ होने की बात कर्नाटक में भी कही थी, पीएम मोदी गदा लेकर घूम रहे थे, मगर हनुमान जी ने कांग्रेस का साथ दिया और मोदी जी को ऐसी पटकनी दी की उन्हें नानी याद आ गई। यही नहीं टेकाम ने दोहे के जरिये तंज कसते हुए कहा कि राम जी निर्मल लोगों का साथ देते हैं। कर्नाटक में साथ दिया और छग में भी साथ देंगे।
इधर राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कांग्रेस सरकार द्वारा भगवान राम को लेकर कराए जा विभिन्न कार्यक्रम को लेकर कहा कि जब अपनी जमीन जाते दिखे तो भगवान राम याद आते हैं। यही वो कांग्रेस सरकार है जिसने भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकार दिया था। उन्होंने इस विषय को लेकर कोर्ट में केस भी किया जहां भारतीय जनता पार्टी व विश्व हिंदू परिषद ने लड़ाई लड़ी और आखिरकार भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। और आज कांग्रेस सरकार को माता कौशल्या की याद आई और रायगढ़ में रामायण महोत्सव कराना पड़ा। भगवान श्रीराम हमारे आस्था के प्रतीक है न कि राजनीति के।
दरअसल, कटघोरा विधानसभा में हुए भाजपा के विधानसभा स्तरीय सयुंक्त मोर्चा सम्मेलन में राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरोज पांडेय ने मोदी सरकार की नौ साल की उपलब्धियां गिनाने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार के नौ साल गरीब कल्याण को समर्पित हैं। उन्होंने हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाईं और उस तक पहुंचाई। राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को जमकर निशाने पर लिया और कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का प्रदेश में भेंट मुलाकात कार्यक्रम एक सुनियोजित कार्यक्रम है। भूपेश बघेल लोगों के बीच पहुंच कर अपना दबदबा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आम जनता के बीच जाते है और सुनियोजित लोगों से ही योजना के विषय पर जानकारी लेते हैं। उन्होंने कहा कि एक बच्चे द्वारा भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से किसी विषय पर जानकारी मांगी गई तो वे भडक़ गए थे।