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विदेश भेजे जाने वाले चावल में टैक्स की छूट निरस्त, धान के भाव में अचानक 100 से 120 रुपए क्विंटल की आई कमी

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नवापारा राजिम :  शासन ने 11 जुलाई तक चावल विदेश भेजने पर छूट दी थी। जैसे ही 12 जुलाई कोई संशोधित आदेश न आने के कारण व्यापारियों ने इस बात को गंभीरता से ले लिया कि चावल विदेश जा रहा था उसमें 5.2 प्रतिशत टैक्स वसूला जाएगा। मंडी शुल्क प्रभारी बलदेव सिंह ध्रुव ने बताया कि सरकार व्दारा इस संबंध में और कोई आदेश नहीं पहुंचा, जिससे व्यापारियों से 5.2 प्रतिशत टैक्स लिया जावेगा। यह टैक्स 14 दिन बाद धान बिक्री होने पर लिया जाता है। व्यापारियों को यह जानकारी विभाग से दी गई। जबकि सरकार की कैबिनेट की बैठक में इस नियम को यथावत रखते हुए इसकी तारीख बढ़ाई जानी थी, परन्तु आदेश नहीं आने पर पूरे छत्तीसगढ़ के व्यापारियों व राइस मिलर्स वालों में हडक़म मच गया। जिसके कारण आसपास के कृषि उपज मंडी के धान के भाव में 40 रुपए से 100 रुपए तक किसानों का धान कम दर पर बिकने लगा।
किसानों में रोष शुक्रवार को नवापारा राजिम मंडी में किसान धान बेचने आए थे।

तब व्यापारियों को अन्य मंडियों से भाव कम होने की जानकारी मोबाइल पर मिली। जिससे व्यापारियों ने धान का भाव 100 रुपए क्ंिवटल तक गिरा दिया और कम दर पर खरीदी शुरू कर दी है। जिससे मंडी में आए धान आर बी गोल्ड 2102 से 2106 रुपए, श्रीराम 2525 से 2530 रुपए, पुराना महामाया 1830 से 1940 रुपए ओमथ्री 2000 से 2190 रुपए, शांभा मासूरी 2000 से 2114, 1010-1008, रबी धान 1900 से 1990, पतला धान 2000 से 2240, महामाया 2100 से 2374, सरना पुराना 1990 से 2066 रुपए व्यापारियों ने खरीदा. जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर देखने को मिली. शुक्रवार को मंडी में लगभग 12000 कट्टा धान बिका. किसानों ने कहा कि अचानक आदेश में विदेश भेजने वाले चावल के धान को जो छूट दी गई थी वह 12 जुलाई से निरस्त हो गई है। तत्काल इसकी बढ़ोतरी या 5.2 प्रतिशत टैक्स की छूट दिया जाना आवश्यक है, नहीं तो किसानों का धान 100 रुपए कम में बिक्री होगा। जिससे किसानो को सीधा नुकसान होगा।