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अब गिरफ्तारी पर होगा बवाल, भाजपा का अजा मोर्चा उतरा कार्रवाई के विरोध में, होगा प्रदर्शन..

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रायपुर: फर्जी सर्टिफिकेट और इन प्रमाणपत्रो के आधार पर नौकरी के विरूद्ध शिकायतों पर कार्रवाई नहीं किये जाने के विरोध में मंगलवार को एसटी-एससी के युवाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया था। उन्होंने नग्न होकर विधानसभा कूच करने की कोशिश की थी। इसके बाद पुलिस ने 25 प्रदर्शनकारियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।वही अब प्रदर्शन के बाद हुई इस पुलिस कार्रवाई पर भाजपा का अनुसूचित जाति मोर्चा ख़ासा नाराज नजर आ रहा है। गिरफ्तारी और कार्रवाई के विरोध में बीजेपी के अजा मोर्चा ने सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन का ऐलान किया है। इसकी अगुवाई खुद प्रदेश अजा मोर्चा के प्रमुख और पूर्व विधायक नवीन मार्कण्डेय ने की है।

उन्होंने पूछा है नग्न प्रदर्शन की आखिर जरूरत क्यों पड़ी? सरकार इस पर जवाब दे। वही जो अपनी आवाज उठा रहे है उनपर कार्रवाई क्यों हो रही है? इस कार्रवाई का भाजपा विरोध करती है।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों फर्जी जाति का मामला गर्माया हुआ है। जिसे लेकर SC-ST युवाओं का नग्न प्रदर्शन हो रहा है। फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में प्रदर्शन किया जा रहा है। मंगलवार को युवाओं ने नग्न होकर विधानसभा मार्च किया था। विधानसभा के पास पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में कार्रवाई की मांग की जा रही थी। प्रदर्शन की चेतावनी के बाद रात भर पुलिस ने उनकी धरपकड़ की थी। फिर भी प्रदर्शन करने में युवा सफल रहे।

बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से राज्य के विभिन्न विभागों को शिकायतें मिली थी कि, गैर आरक्षित वर्ग के लोग आरक्षित वर्ग के कोटे का शासकिय नौकरियों एवं राजनैतिक क्षेत्रों में लाभ उठा रहे है।इस मामले की गम्भीरता देखते हुए राज्य सरकार नें उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति गठित की थी जिसके रिर्पोट के आधार पर सामान्य प्रशासन विभाग ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे अधिकारी कर्मचारियों को महत्वपूर्ण पदों से तत्काल हटा उन्हें बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए।

लेकिन अभी तक यह आदेश खानापूर्ति ही साबित हुई। सरकारी आदेश कों पालन में नहीं लाया गया और फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी करने वाले कुछ सेवानिवृत हो गए तो कुछ ने जांच समिति के रिर्पोट को न्यायलय में चुनौती दी, लेकिन सामान्य प्रशासन की ओर से जारी फर्जी प्रमाण पत्र धारकों की लिस्ट में ऐसे अधिकांश लोग है जो सरकारी फरमान के पालन नहीं होने का मौज काट रहे और प्रमोशन लेकर मलाईदार पदों में सेवाएं दे रहे हैं।