ग्वालियार: अपने प्यार को पाने के लिए सीमा पार करना ट्रेंड बनते जा रहा है। पाकिस्तान की सीमा हैदर के बाद अब इसी तरह का एक और मामला सामने आया है। भारत की अंजू अपने प्यार के लिए पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा में पहुंच गई है। दोनों के बीच चार साल पहले सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई थी। अंजू का मायका ग्वालियर के टेकनपुर के बौनी गांव में है। टेकनपुर बीएसएफ अकादमी का हेड क्वाटर में है। ऐसे में देश की जांच सक्रिय हो गयी है ओर उसके घर पहुंच गई है।
बता दें कि 34 साल की अंजू पहले से शादीशुदा है और वह राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी में अपने पति अरविंद के साथ रह रही थी। अंजू का मायका ग्वालियर जिले के टेकनपुर में है। टेकनपुर के बोनी गांव में अंजू रहती थी। अंजू के पिता गया प्रसाद के 5 बच्चे थे, जिसमें चार बेटी और एक बेटा है। तीन बेटियां की शादी हो चुकी है। एक बेटा और एक बेटी कुवारे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं। अंजू के पाकिस्तान पहुंचने के बाद इंटेलिजेंस की टीम सक्रिय हो गई है, तो अंजू के पिता गया प्रसाद अपने घर पर ताला डालकर भाग गया है।
वहीं गांव के लोगों का कहना है कि ये उनके लिए शर्म की बात है, गांव की बेटी प्यार के लिए अपने दो मासूम बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान अपने आशिक के पास पहुंच गई। वही गांव के लोगों का कहना है, दया प्रसाद की गतिविधियां संदिग्ध रहती थी। वह हिंदू धर्म से था, लेकिन उसने ईसाई धर्म में कनवर्ट हो गया था।
अंजू के पकिस्तान पहुंचने के बाद देश की जांच एजेंसियां एलर्ट हो गई है। IB की टीम ओर ग्वालियर पुलिस उसके घर पहुंची है। एसपी राजेश सिंह चंदेल के मुताबिक अंजू विजिट वीजा पर 21 जुलाई को पाकिस्तान पहुंची है। अंजू उत्तर प्रदेश के कैलोर में अपने अधिकाँश समय अपने ममाने (ननिहाल) में रहती थी। लेकिन पुलिस हर एंगल से उसकी जांच कर रही है।
ग्वालियर एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि बहरहाल सीमा हैदर देश की एंजेसियों के निशाने पर हर एंगल पर जांच हो रही है। ऐसे में अंजू का भी संदिग्ध कनेक्शन समाने आने लगा है, क्योंकि अंजू ग्वालियर के टेकनपुर में रहती है। टेकनपुर बीएसएफ अकादमी का हेड क्वार्टर है। ऐसे में, उसके पिता गया प्रसाद बीएसएफ में प्राइवेट तौर पर टेलरिंग का काम करता था। ऐसे में जांच एजेंसियां शिद्दत से गया प्रसाद की तलाश कर रही है।