कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने संसद की स्थायी समितियों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने ने आरोप लगते हुए कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयकों को जानबूझकर स्थायी समिति के पास नहीं भेजा गया. ये विधेयक मेरे दिल के काफी करीब हैं. ऐसे में मेरा अपने पद पर बने रहने का कोई मतलब नहीं रह जाता है. जयराम रमेश ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा है कि तीन विधेयकों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन से संबंधित संसदीय स्थायी समिति के पास नहीं भेजा गया. इसके साथ ही कहा कि इस स्थिति में मेरे लिए स्थायी समिति के अध्यक्ष पद पर बने रहने का महत्व नहीं रह गया है.
जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार ने एक और संस्थागत तंत्र को निरर्थक कर दिया है. तीन महत्वपूर्ण विधेयकों को जानबूझकर स्थायी समिति के पास नहीं भेजा गया. इन विधेयकों के जरिए जैविक विविधता अधिनियम, 2002 और वन संरक्षण अधिनियम, 1980 में मौलिक संशोधन और अनुसंधान राष्ट्रीय रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की जानी है. जयराम रमेश ने आगे कहा कि ये विषय मेरे दिल के बहुत करीब हैं और मेरी शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि में फिट बैठते हैं. स्वयंभू सर्वज्ञानी और विश्वगुरु के इस युग में यह सब अप्रासंगिक है.