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मणिपुर, महिला शक्ति और महंगाई…लाल किले से PM मोदी ने किस मुद्दे पर क्या कहा, पढ़ें पूरा भाषण

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नई दिल्ली: 77वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत करते ही मणिपुर मुद्दे का जिक्र किया. साथ ही उन्होंने सरकार की 9 साल की उपलब्धियां भी गिनवाईं. पीएम मोदी ने देश के लोगों से कई अपील भी किए और कहा कि भारत को अगले पांच साल में विश्व की टॉप 3 अर्थव्यवस्था बनाऊंगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र संबोधन के दौरान विश्वकर्मा योजना का भी ऐलान किया.

यहां पढ़ें पीएम मोदी का पूरा भाषण…

मणिपुर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा. मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ. पिछले कुछ दिनों से शांति की खबरें आ रही हैं. देश मणिपुर के लोगों के साथ हैं. पिछले कुछ दिनों से जो शांति बना रखी है. वही रास्ता अपनाएं. देश आपके साथ है. राज्य और केंद्र मिलकर उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास करते रहेंगे.

लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की राह में अगर कुछ रुकावटें हैं तो ये विकृतियां ही हैं. उन्होंने कहा, ‘पिछले 75 सालों में कुछ विकृतियां ऐसे घर कर गई हैं, हमारी सामाजिक व्यवस्था का ऐसा हिस्सा बन गई हैं. कभी-कभी तो हम आंख भी बंद कर लेते हैं. लेकिन अब आंखें बंद करने का समय नहीं है. संकल्पों को सिद्ध करना है तो हमें आंख-मिचौली खत्म करके, आंख में आंख डालकर तीन बुराइयों से लड़ना है. यह समय की बहुत बड़ी मांग है.’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार है, जिसने दीमक की तरह देश की सारी व्यवस्थाओं को, देश के सामर्थ्य को पूरी तरह नोच लिया है.

140 करोड़ मेरे भाई-बहनमेरे परिवारजन- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन. आज आजादी का पर्व मना रहे हैं. मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं.’

आप मेरे ​परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं. अगर मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है, अगर मैं पसीना भी बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं. इसलिए ​नहीं कि आपने मुझे ये दायित्व दिया, ये मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि आप मेरे ​परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता हूं.’

मैं आपके लिए ही जीतापसीना बहाताक्योंकि आप ही मेरा परिवार– पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपके लिए ही जीता हूं, मैं अगर पसीना बहाता हूं तो आपके बहाता हूं, क्योंकि आप ही मेरा परिवार हैं.

मैं अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने 2014 में परिवर्तन लाने का वादा किया था. आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया. मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया. 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया. परिवर्तन ने मुझे दोबारा मौका दिया.’

मैं आपका हर सपना पूरा करुंगा– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आपका हर सपना पूरा करुंगा. 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं. अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा. अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा.’

यह भारत न रुकता हैन थकता हैन हांफता
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह काम करने वाली सरकार है. यह नया भारत है, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है. यह संकल्पों को चरितार्थ करने वाला भारत है. यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है, न ही हारता है.’

आपने मजबूत सरकार फॉर्म कीतो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई
पीएम मोदी ने कहा, ‘2014 में और 2019 में आपने मजबूत सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई. तब मेरे नौकरशाही के लाखों लोगों ने परफॉर्म करने वाली जिम्मेदारी बखूबी निभाई, अब जनता ट्रांसफॉर्म करती दिख रही है. रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की ताकत नजर आ रही है. इससे आने वाले हजार सालों की नींव मजबूत हो रही है.’

सर्वजन हितायसर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है सरकार
पीएम मोदी ने कहा, ‘तीन दशकों तक अनिश्चितता और अस्थिरतता का कालखंड था, उससे मुक्ति मिली. देश के पास एक ऐसी सरकार है, जो सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है. वह पाई-पाई जनता की भलाई के लिए लगा रही है. देशवासियों का मान एक बात से जुड़ा हुआ है- राष्ट्र प्रथम. यही दूरगामी और सकारात्मक परिणाम पैदा करने वाला है.’

मेरा-पराया के कारण देश के कुछ हिस्से प्रभावित
पीएम मोदी ने लाल किले से कहा, ‘मेरा-पराया के कारण देश के कुछ हिस्से प्रभावित रहे हैं. हमें क्षेत्रीय आकांक्षाओं को सम्मान देना है. अगर हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित, दुर्बल रहे तो स्वस्थ नहीं माना जाएगा. भारत माता का कोई हिस्सा अविकसित है तो हम उसे स्वस्थ नहीं मान सकते. भारत लोकतंत्र की जननी है, विविधता से भरा हुआ है. अगर घटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है. अगर बाढ़ असम में आती है तो केरल बेचैन हो जाता है. जब आज हम अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को लाते तो देश गर्व होता है. जब कोई सिख भाई दुनिया में लंगर लगाता है तो देश का सीना चौड़ा हो जाता है.’

मोदी का कमिटमेंटभ्रष्टाचार परिवारवाद तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ता रहूंगा
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे देश की सारी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार दीमक की तरह है. इसने देश के सामर्थ्य को बुरी तरह नोंच लिया है. यह मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, यह मेरे व्यक्तित्व की प्रतिबद्धता है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा. हमारे देश को परिवारवाद ने नोंच लिया है, इसने जकड़कर रखा है. तीसरी बुराई है तुष्टीकरण. इसलिए मेरे प्यारे देशवासियों, हम इन तीन बुराई के खिलाफ पूरे सामर्थ्य से लड़ना है.’

सीरियल बम धमाकों का जमाना अब बीते हुए कल की बात
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज देश सुरक्षा की अनुभूति कर रहा है. जब सुरक्षा-शांति होती है तब प्रगति के नए अरमान हम पूरे कर सकते हैं. सीरियल बम धमाकों का जमाना अब बीते हुए कल की बात हो गई है. आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बहुत बड़ा बदलाव आया है.’

डेमोक्रेसीडायवर्सिटी, डायवर्सिटी त्रिवेणी हर सपने को साकार करने का रखती सामर्थ्य
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हमारे पास डेमोग्राफी है, आज हमारे पास डेमोक्रेसी है, आज हमारे पास डायवर्सिटी है. यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है. आज पूरे विश्व में देशों की उम्र ढल रही है, तब भारत युवान की तरफ ऊर्जावान होकर बढ़ रहा है. आज तीस साल से कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक कहीं हैं तो यह भारत मां की गोद में है. तीस साल से कम उम्र के नौजवान हों, कोटि-कोटि भुजाएं हों, मस्तिष्क हों, संकल्प हों, सपने हों तो हम इच्छित परिणाम प्राप्त करके रह सकते हैं.’

देश को आगे ले जाना है तो मजबूतस्थिर और पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए
पीएम मोदी ने कहा, ‘अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर नहीं जाने देना है, मौका छोड़ना नहीं चाहिए. मेरे देशवासियों में समस्याओं की जड़ों को समझने का सामर्थ्य है, इसलिए 2014 में देशवासियों ने 30 साल के अनुभव के बाद तय किया कि देश को आगे ले जाना है तो मजबूत, स्थिर और पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए.’

हमारे कदम अगले एक हजार साल तक दिशा निर्धारित करने वाला
पीएम मोदी ने कहा, ‘आने वाले एक हजार साल के भव्य पड़ाव पर खड़े हैं. हमें न रुकना है, न दुविधा में जीना है. हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए, समृद्धि को प्राप्त करते हुए आगे बढ़ना है. हम जो भी कदम उठाएंगे, फैसला लेंगे, वह अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है.’

हमारी नीतियां युवा शक्ति के सामर्थ्य को बल देने के लिए
पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत के भाग्य को लिखने वाला है. मेरे देश के नौजवानों, बेटे-बेटियों को यह जरूर कहना चाहूंगा कि जो सौभाग्य आज इन युवाओं को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी के नसीब होता है. इसलिए हमें यह गंवाना नहीं है. युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है, सामर्थ्य है. हमारी नीतियां भी उस युवा सामर्थ्य को बल देने के लिए है. आज मेरे युवाओं ने दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है.’

साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे. आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं. ये ऐसे ही नहीं हुआ है. भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था. मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं. पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था. आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है. पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए.’

देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास
पीएम मोदी ने कहा, ‘एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास. आज हम गर्व से कह सकते हैं कि नागरिक उड्डयन में सबसे ज्यादा पायलट भारत में हैं. चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं. जी20 देश भी महिला नेतृत्व वाले विकास के महत्व को पहचान रहे हैं.’

बेटियों पर जुल्म न होयह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व
पीएम मोदी ने कहा, ‘बेटियों पर जुल्म न हो, यह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व है. आज मेरे देश में बेटियां बेटों से ज्यादा साइंस, इंजीनियरिंग, मैथ्स में भाग ले रही हैं. आज 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं. गांव में जाएंगे तो बैंक वाली, आंगनवाड़ी, दवाई देने वाली दीदियां मिलेंगी. गांव में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है. हम नई योजना सोच रहे हैं. एग्री-टेक को बल मिले, इसलिए हम महिला स्वयं सहायता समूह को हम ड्रोन चलाने और ड्रोन की मरम्मत करने की ट्रेनिंग देगी. भारत सरकार उन्हें ड्रोन और ट्रेनिंग देगी. 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के द्वारा हम ड्रोन की उड़ान का आरंभ कर रहे हैं.’

खेलों मे छोटे गांवों से निकले बेटे-बेटियां कमाल दिखा रहे
पीएम मोदी ने कहा, ‘खेलों की दुनिया देखिए. झुग्गियों से निकले, छोटे गांवों से निकले बेटे-बेटियां कमाल दिखा रही हैं. सौ स्कूल ऐसे हैं जहां के बच्चे सैटेलाइट बना रहे हैं. हजारों टिंकरिंग लैब प्रेरणा दे रहे हैं. अवसरों की कमी नहीं है. आप जितने अवसर चाहेंगे, देश आसमान से भी ज्यादा अवसर देने का सामर्थ्य रखता है.’

आज देश प्रगति की राह पर चल पड़ा
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज देश प्रगति की राह पर चल पड़ा है, मैं किसानों का भी अभिनंदन करना चाहता हूं. ये आपका ही पुरुषार्थ है कि जो देश आगे बढ़ रहा है. मैं मजदूरों का अभिनंदन करना चाहता हूं, देश को आगे बढ़ रहा है, उसमें श्रमिकों का बड़ा योगदान है. रेहड़ी वालों का भी हम सम्मान करते हैं, जो देश को आगे ले जा रहे हैं. पेशेवरों की भी प्रगति में भूमिका है.’

राष्ट्रीय चेतना एक ऐसा शब्द हैजो चिंताओं से मुक्त कर रहा
पीएम मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रीय चेतना एक ऐसा शब्द है, जो चिंताओं से मुक्त कर रहा है. आज वह राष्ट्रीय चेतना सिद्ध कर रही है. जन-जन में हमारा विश्वास, जन-जन का सरकार पर, देश के प्रति विश्वास है. यह विश्वास हमारी नीतियों, हमारी रीति का है.’

भारत का सामर्थ्य विश्वास की नई बुलंदियों को पार करने वाली
पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत का सामर्थ्य विश्वास की नई बुलंदियों को पार करने वाली है. आज देश में जी-20 समिट की मेहमानवाजी का अवसर मिला है. हिंदुस्तान के हर कोने में जी-20 के कई कार्यक्रम हुए हैं. उसने देश की विविधिता का दुनिया को परिचय कराया है.’

दुनिया की रेटिंग एजेंसियां भारत का गौरवभारत निर्णायक मोड़ पर खड़ा
भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ रहा है. दुनिया की रेटिंग एजेंसियां भारत का गौरव कर रही हैं. जिस प्रकार से द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दुनिया की नई वैश्विक व्यवस्था देखी थी, मैं साफ-साफ देख रहा हूं कि कोरोना के बाद नई वैश्विक व्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. उसकी सारी व्याख्याएं बदल रही हैं. आप गौरव करेंगे, बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है. आप निर्णायक मोड़ में खड़े हैं.

2047 में दुनिया में भारत का तिरंगाविकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा, ‘सपने अनेक हैं, संकल्प साफ है, नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना पड़ेगा. उसके समाधान के लिए मेरे प्रिय परिवारजनों, मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं. मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं. पिछले वर्षों में जो देश को मैंने समझा, परखा है, अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज हमें गंभीरतापूर्वक उन्हें देखना होगा. 2047 में जब देश आजादी के सौ साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा, विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए.’

साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे. आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं. ये ऐसे ही नहीं हुआ है. भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था. मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं. पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था. आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है. पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए.’

अब गेंद हमारे पाले में हैहमें अवसर नहीं जाने देना
पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार देश को आगे बढ़ाया, दुनिया ने हमारे सामर्थ्य को देखा. जब दुनिया की सप्लाई चेन तहस-नहस हो गई, तब हमने कहा था कि विश्व का विकास देखना है तो मानव केंद्रित होना चाहिए. तब जाकर सही समाधान निकालेंगे. आज जो भारत ने कमाया है, वह दुनिया में स्थिरता की गारंटी लेकर आया है. अब न हमारे मन में, न 140 करोड़ लोगों के मन में और न दुनिया के मन में कोई किंतु-परंतु है.’

विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा
पीएम मोदी ने कहा, ‘पांच साल के कार्यकाल में 5 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी जंजीर तोड़कर उससे बाहर आए हैं. जब 13.5 करोड़ गरीबी की मुसीबतों से कैसे बाहर निकले हैं- आवास योजना, रेहड़ी-पटरी वालों के साथ ही सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को हम नई ताकत देने जा रहे हैं. हम इस बार विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे. 13-15 हजार करोड़ रुपये से इसे शुरू करेंगे.’

भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए प्रयास किए
पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री बोले कि पूरी दुनिया ने महंगाई को दबोच रखा है. हम सामान तो आयात करते हैं, हमारा दुर्भाग्य है कि महंगाई भी आयात करनी पड़ती है. भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें सफलता मिली है. हम इतने से नहीं मान सकते, महंगाई को कम से कम रखने के लिए कदम उठाने होंगे. मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा.’

सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान समारोह में विशेष अतिथि
पीएम मोदी ने कहा, ‘वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था. हमने वह मानसिकता बदल दी. वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं. आप सीमा पर जो देख सकते हैं वह मेरे देश का पहला गांव है. मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं. वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं.’