Home छत्तीसगढ़ कार्यालय के बंद कमरे से कुत्ते ने भौक भौक कर मांगी मदद!

कार्यालय के बंद कमरे से कुत्ते ने भौक भौक कर मांगी मदद!

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सक्ती जिले के विकासखण्ड जैजैपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला स्कूल कोटेतरा के सामने आई चौंकाने वाली घटना

ग्रामीणों ने मौके पर पहुँच कर सुने कुत्ते भौकने की आवाज

जैजैपुर :  सक्ती जिले के ग्राम पंचायत कोटेतरा में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा झंडा सुबह स्कूल में फहराने के बाद कार्यालय का दरवाजा बंद करके शिक्षक शिक्षिका घर लौटे गए थे और शाम को करीब 7 – 8 बजे प्रधान पाठक कि मोबाइल बज उठा। हैलो बोलते ही दूसरे छोर से भौं-भौं की आवाज आई जिसे सुनकर वे चौंक गए। वे तुरंत स्कूल कार्यालय आये और ग्रामीणों की मदद से जैसे ही दरवाजा खोले तो अंदर एक कुत्ता नजर आया।और बंद कमरे से निकल कर भागने लगा यह कुत्ता कार्यालय के आसपास का है। वह कार्यालय के किसी कोने में आकर सो गया होगा। कुत्ते पर मेरी नजर नहीं पड़ी और मैंने कार्यालय बंद कर दिया। वह कुत्ता पालतू जैसा ही है। अक्सर कार्यालय में आकर बैठ जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल प्रांगण कार्यालय के सामने हमेशा कुत्ते घूमते रहते हैं। शायद उनकी देखभाल भी करते होंगे उन्हें मध्यान्ह भोजन का खाना खिलाते होंगे। लगता है कि यहां की शिक्षको से काफी घुल-मिल गए हैं।

कभी भी हो सकती है विद्यार्थियों के साथ अनहोनी घटना जिम्मेदार कौन होगा

आपको बता दे कि छोटे छोटे बच्चे कक्षा पहली से पाचवी के विद्यार्थियों पढ़ते है और स्कूल प्रांगण में चारो ओर आहाता निर्माण भी हो चुका है मेन दरवाजा भी लगा होगा इसके बावजूद स्कूल के जिम्मेदार ध्यान नही दिया जाता है और कभी भी इसकी खामियाजा छोटे छोटे बच्चे शिकार भी हो सकते है ऐसी लापरवाही क्या उचित है अगर ग्रामीणों की मदद से शाम को कार्यालय की दरवाजा खोलते ही कुत्ता बंद कमरे से भागने लगा और उसी समय किसी ग्रामीणों को काट दिया होता तो उसका जिम्मेदार कौन होता ऐसी लापरवाही बर्दाश्त से बाहर है अनेको बार खबर में आते रहते हसि की कुत्ते के काटने से लोगो की मृत्यू भी हो गई बरहाल जो भी हो कोई अनहोनी घटना नही हुई है लेकिन छोटे छोटे बच्चे को ज्ञान बाटने वाले को ध्यान देने की जरूरत है।