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G-20 की कामयाबी से होगी भारत की बिग पॉवर्स लीग में एंट्री! जब दुनिया देखेगी ऐसा भव्य इंतजाम

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जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत वैश्विक नेताओं के साथ दुनिया की समस्याओं पर महामंथन करने लिए तैयार है. दिल्ली सज चुकी है. अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच 140 करोड़ भारतवासी वसुधैव कुटुंबकम की थीम और अतिथि देवो भव की भावना से वैश्विक नेताओं का स्वागत करने के लिए बेकरार हैं. G-20 सम्मेलन प्रगति मैदान में 123 एकड़ में बनाए गए भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें कम से कम 25 देशों के प्रमुख हिस्सा लेंगे.

मेजबानी की अहमियत समझिए

G-20 ऐसे देशों का समूह है, जो दुनिया पर बड़ा आर्थिक प्रभाव डालते हैं. यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली संगठन भी माना जाता है. इस बार यह G-20 देशों का 18वां सम्मेलन है, जिसके चेयरमैन पीएम मोदी (PM Modi) हैं. ये आयोजन भारत के लिहाज से काफी अहम है. पहली बार दुनिया की सारी मुख्य ताकतें भारतीय मेजबानी में एक टेबल पर जमा होंगी. ये भारत की मेजबानी प्रतिभा की भी परीक्षा है क्योंकि इसे भारत की बिग पॉवर्स लीग में एंट्री की सीढ़ी भी माना जा रहा है. इस वजह से भी केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

महामंडपम के उद्घाटन के मौके पर G-20 सिक्का और G-20 स्टैंप जारी हो चुका है. भारत मंडपम को बनाने में करोड़ों की लागत आई है. ये देश का ऐसा सबसे बड़ा केंद्र है, जिसमें भारत की कलाओं के साथ ही एग्जिबिशन हॉल, कन्वेंशन सेंटर, एंपीथिएटर, इंटरप्रिटर रूम, बड़ी-बड़ी वीडियो वाली दीवारें, लाइट मैनेजमेंट सिस्टम, सेंसर्स की सुविधा, इंटीग्रेटेड सर्विलांस सिस्टम और हाईटेक डेटा कम्युनिकेशन की सुविधा मौजूद है.

सम्मेलन में शामिल हो रहीं ये दिग्गज हस्तियां

जी-20 सम्मेलन में करीब 10 हजार विदेशी मेहमानों के आने का अनुमान लगाया गया है. इसके अलावा विदेशी मेहमानों में राष्ट्राध्यक्षों के अलावा, उन देशों के बड़े बिजनेस कारोबारी, वैज्ञानिक, एक्सपर्ट्स और दुनियाभर के पत्रकार भी भारत आएंगे. इसी वजह से भारत आयोजन को भव्य,सुंदर और सुरक्षित बनाने में लगा है.

आपको बताते चलें कि इस G-20 सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो, UK के PM ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के PM एंथनी अल्बानीज और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल के साथ अन्य कई देशों के प्रमुख शामिल हो रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन की जगह उनके विदेश मंत्री सरजेई लावरोव इस महामंच में शिरकत करेंगे. संभावना इस बात की भी है कि चीन से राष्ट्रपति जिनपिंग के बजाए चीनी पीएम ली कियांग (Li Qiang) इस आयोजन में शिरकत करें. सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को भी न्योता भेजा गया है तो UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान को भी आमंत्रित किया गया है. ओमान के शेख हैथम बिन तारिक भी आमंत्रित हैं. कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी भारत आ रहे हैं. इसके साथ ही वहीं यूएन, आईएमएफ, डब्लूएचओ के प्रमुखों को भी इस सम्मेलन में बुलाया गया है.

भारत ने इस सम्मेलन के लिए तीन मुख्य बातों पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है. 1. सुरक्षा, 2.सुंदरता और 3. स्वाद. ऐसे में एक ओर दिल्ली की सड़कों को भव्य रूप में सजाया गया है. सड़कों से लेकर उन सभी जगहों को कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया है, जहां विदेशी मेहमान ठहरने वाले हैं. इस बीच मेहमानों को परोसे जाने वाले भोजन की बात करें तो समिट के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा. समिट में किसी भी जगह नॉनवेज खाना नहीं होगा. हालांकि मेहमानों के प्लेट में भारत के हर कोने का टेस्ट परोसा जाएगा.

अधिकारिक जानकारी के मुताबिक, G20 समिट में मेहमानों के लिए वंयजन तैयार करने का जिम्मा ITC को दिया गया है. भारत सरकार की ओर से, हम कन्वेंशन सेंटर में भोजन उपलब्ध कराएंगे. कई प्रकार के व्यंजन परोसे जाएंगे, लेकिन मेनू में बाजरा को प्रमुख स्थान मिलेगा. शेफ विभिन्न प्रकार के क्षेत्रीय व्यंजन विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं. कुल मिलाकर भारत के स्ट्रीट फूड, मोटे अनाजों से दुनिया को परिचित कराया जाएगा.

9 सितंबर को डिनर में होगा ये खास

विशेष सचिव और भारत के G-20 सचिवालय के संचालन और लॉजिस्टिक्स प्रमुख मुक्तेश परदेशी ने कहा कि 9 सितंबर को एक गाला डिनर होगा. हमारे यहां ‘क्राफ्ट बाजार’ होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शिल्प का प्रदर्शन किया जाएगा. जो एक प्रदर्शनी और खरीदारी के अनुभव के रूप में खुला रहेगा.

G-20 सम्मेलन को महत्ता को देखते हुए पूरी दिल्ली 8 अगस्त से ही ऑफिस, मॉल, रेस्तरां और मार्केटबंद रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट, बैंक जैसे सरकारी संस्थान भी बंद रहेंगे. आयोजन स्थल के आस-पास लोगों को पास जरिए प्रवेश मिलेगा.