देवभोग: छत्तीसगढ़ में चुनाव आचार संहिता लगते ही स्थानीय प्रशासन एक्शन मोड़ पर आ गया है। सड़क व चौक चौराहे पर लगे राजनीति पोस्टरों को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है। साथ ही सरकारी भवनों के आसपास लगे पोस्टर, होर्डिंग्स, प्रचार-प्रचार वाले पोस्टर हटाए जा रहे है। चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ आदर्श आचार सहिता प्रारम्भ हो गई है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में द्वितीय चरण को मतदान होना हैं। जैसे-जैसे चुनाव तारीख नजदीक आते ही प्रशासन एक्टिव हो चुका है। प्रशासन ने जिला मुख्यालय सहित सभी ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में लगे सरकारी होर्डिंग्स को निकालना शुरू कर दिया है।सोमवार को जनपद सीईओ प्रतीक प्रधान एवं एसडीएम सुश्री अर्पिता पाठक के निर्देशन में पंचायत स्तर पर लगे पार्टी के दीवाल लेखन,बैनर, पोस्टरो को भी निकालने का कार्य लगातार जारी हैं। इसके अलावा मुख्य सड़को पर लगे यात्री प्रतीक्षालयों के होल्डिंग निकालने की कार्यवाही की जा रही हैं। साथ ही जनप्रतिनिधियों के तस्वीर वाले विज्ञापन और होर्डिंग पर प्रशासन की नजर है।
ऐसे विज्ञापन को हटाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने समय सीमा निर्धारित किया है।सरकारी दफ्तरों में लगे विज्ञापनों को 24 घंटे के भीतर हटाना होगा। वहीं सार्वजनिक स्थलो पर लगे प्रचार प्रसार के संसाधनों को 48 घंटे और निजी स्थलों में लगे विज्ञापनों को 72 घंटे के भीतर हटाना होगा। प्रशासन इनकी जानकारी एकत्रित करने में जुट गया है। अधिकृत रूप से घोषणा होने से पहले प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद सबसे पहले सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं में मंत्री विधायकों तथा जनप्रतिनिधियों के द्वारा जारी विज्ञापनों पर नजर जाती है। इसे हटाने के लिए प्रशासन ने अलग-कार्रवाई शुरू कर देगी, अलग समय सीमा निर्धारित की है। इस बीच संबंधित जनप्रतिनिधियों को इसे हटाना होगा,अन्यथा स्थानीय प्रशासन का कोप झेलना पड़ सकता है। चुनाव आयोग से लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारी जोर शोर से चल रही है। स्थानीय प्रशासन ने आयोग के आदेश मिलते ही मुख्य मार्ग से लेकर गली मोहल्लों में लगे विज्ञापन और होडिंग पर लगातार कार्यवाही जारी हैं।
चुनाव की तारीखों का ऐलान,ट्रांसफर पर लगी रोक:-छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनावी की तारीखों का ऐलान होते ही पूरे राज्य में आचार संहिता लागू कर दी गई है। इसके साथ ही अब चुनाव प्रक्रिया से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए सभी अधिकारियों के ट्रांसफर पर रोक लगा दी गई है।
दो चरणों में होंगे चुनाव:-7 नवंबर को पहले चरणों पर 20 सीटों पर मतदान होगी। वहीं दूसरे चरणों पर 17 नवंबर को 70 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण के मतदान में बस्तर की सभी 12 सीट के साथ राजनांदगाव,खैरागढ़ और मोहला मानपुर जिले की 6 और कवर्धा जिले को 2 सीटों पर मतदान होगा।