रायपुर: आम आदमी पार्टी के छग प्रदेश प्रमुख और पार्टी के सबसे बड़े आदिवासी चेहरा रहे कोमल हूपेन्डी ने पार्टी को अलविदा कह दिया हैं। उनके साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद मिरी और प्रदेश सचिव व कोरबा क्षेत्र के दिग्गज समाजसेवी विशाल केलकर ने भी आम आदमी पार्टी से नाता तोड़ लिया हैं। इस तरह पार्टी के पूरे शीर्ष नेतृत्व ने आम आदमी के प्रदेश इकाई को तगड़ा झटका दिया हैं।
बताया जा रहा हैं कि तीनों ही नेता भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं और कभी भी सदस्यता ले सकते हैं। वे राजधानी में इस संबंध में प्रेस वार्ता भी करने वाले हैं। लेकिन इससे पहले कोमल हूपेन्डी ने बात करते हुए बताया हैं कि उन्होंने जिस सियासी मकसद और सोच से पार्टी का दामन थामा था वह पूरा नहीं हुआ। कोमल हूपेन्डी ने यह भी कहा कि आज प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त हुआ हूं लेकिन आम आदमी, आदिवासी, दलित की सेवा में लगा रहूंगा।
गौरतलब हैं कि कोमल हूपेन्डी के ही नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में खुद कोमल हुपेंडी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस और बीजेपी के बाद वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 2023 में पार्टी ने फिर से कोमल हुपेंडी भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र विधायक की टिकट दी मगर इसमें भी हार गए। पार्टी के नाकामी का आलम यह रहा कि उनके एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाए।