सूरजपुर : यात्रियों की सुविधाओं के लिए करोड़ों की लागत से बना सूरजपुर का हाईटेक बस स्टैंड अपनी बदहाली पर रो रहा है। नगर पालिका के द्वारा बनाया गया इस हाईटेक बस स्टैंड में ना तो शौचालय है, ना पीने का पानी और ना ही यात्रियों के रुकने के लिए कोई व्यवस्था। इस बस स्टैंड में दर्जनों दुकानें बनाकर आबंटित किए जाने के बावजूद आज तक एक भी दुकान नहीं खुल सकी है। वहीं टिकट काउंटर के सामने फुटपाथ बनाकर यहां स्थानीय लोगों के द्वारा दुकान लगाई जा रही है। कहने को तो इस हाईटेक बस स्टैंड में दो शौचालय है, जिसमें एक शौचालय में ना तो पानी है और ना ही दरवाजा। वहीं दूसरे शौचालय में हमेशा ताला बंद रहता है। ऐसे में शौचालय के औचित्य पर ही सवाल उठाते हैं।
यात्रियों की सुविधाओं के लिए पुलिस सहायता केंद्र भी बनाया गया है, लेकिन इस केंद्र में भी हमेशा ताला ही लटका रहता है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से महंगे सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे, लेकिन पूरे बस स्टेंड कैंपस का एक भी सीसीटीवी कैमरा काम नहीं करता है। 3 करोड़ 18 लाख की लागत से बना यह बस स्टैंड अभी से जर्जर हो चुका है। बिल्डिंग में कई जगह दरारें आ गई हैं, बरसात में छतों से पानी रिसता है। इसके साथ ही बिल्डिंग में कई जगह पान की पिक से रंगोली बना हुआ दिख जाएगा।
इतना ही नहीं बस स्टैंड कैंपस में जगह-जगह गंदगी का अंबार देखा जा सकता है। जनवरी 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रियों के द्वारा इस अंतरराज्यीय हाईटेक बस स्टैंड का उद्घाटन किया गया था, लेकिन महज 3 साल के बाद ही यह बस स्टैंड यात्रियों के लिए मुसीबत का सबक बना हुआ है। वहीं इस पूरे मामले में नगर पालिका चुपी साधे हुए हैं और कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।