मैनपुर : तहसील मुख्यालय मैनपुर से 03 किलोमीटर दुर पैरी उद्गम स्थली मोर गांव भाठीगढ़ में 20 फरवरी से 22 फरवरी तक श्रीराम चरित मानस गान सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। अंतिम दिन मानस गान सुनने क्षेत्र सहित आसपास के अचंलो से हजारो की संख्या में श्रोतागण उमड़ पड़े। मानस सम्मेलन के अंतिम दिवस कार्यक्रम में शामिल होने बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक जनक ध्रुव पहुंचे जहां मानस सम्मेलन समिति द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक जनक ध्रुव ने राम नाम का रसपान कराने आएं मानस मंडलियों व श्रोता समाज व आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि मर्यादा पुरूषोतम श्रीरामचंद्र जी का संपूर्ण जीवन सत्य, प्रेम, त्याग, तपस्या और समर्पण से ओतप्रोत है। मर्यादा पुरूषोतम श्रीराम के जीवन का अनुसरण करना चाहिए क्योंकि रामचरित मानस के सभी पात्र अपने आप में अनुकरणीय है जिसमें भक्ति और शक्ति समाहित है। भगवान श्रीराम कथा के श्रवण से मन के राग, द्वेष, ईष्या और भेदभाव स्वतः समाप्त हो जाते है राम का नाम अनमोल है। श्री ध्रुव ने आगे कहा ग्राम पैरी उद्गम स्थल सिध्देश्वर धाम में तीन दिवसीय श्रीराम चरित मानस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और मुझे इस पावन धरा पर आने का मौका मिला है इसके लिए मैं आयोजन समिति के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूं। मेरी हार्दिक इच्छा यही है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन होता रहे जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी भी आधुनिकता के दौर में संस्कारवान हो ऐसी भावनाओं के साथ ऐसे आयोजन हो यही मेरी कामना है।
इस मानस सम्मेलन में अंचल सहित गरियाबंद, धमतरी, रायपुर व महासमुंद जिले की 18 मानस मंडलियों ने भाग लिया है और भगवान श्री राम, माता सीता और रामचरितमानस के महत्वपूर्ण प्रसंगों का वर्णन मंडलियों द्वारा किया गया। इस दौरान संरक्षक हेमसिंह नेगी, खेदूराम नेगी, अध्यक्ष हरिश्चन्द्र नेगी, सचिव राजेन्द्र नागेश, जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमृतलाल नागेश, नाथूराम धुर्वा, नारद नेगी, सरपंच जिलेन्द्र नेगी, नकछेड़ा राम धुर्वा, खेलन धुर्वा, रामसिंह साहू, तुलसीराम नागेश, मेहत्तर यादव, दामोदर साय नेगी, लीलेश साहू, बिनेन्द्र साहू, माखन दास वैष्णव, रामदास वैष्णव, शिक्षक चित्रसेन पटेल, पुलस्त शर्मा, श्रीमती भगवती नेगी, सुमत बाई नेगी, नीराबाई नेगी, पुष्पा साण्डे, जमुना नेगी, सुखबती बाई ध्रुव, पार्वती नागेश, मनोज पांडेय, दुलेन्द्र नागेश, हेमलाल विश्वकर्मा, रोमांच दास वैष्णव, अमित मिरी, रामकृष्ण ध्रुव, नेयाल नेताम सहित आसपास के अचंलो के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंच संचालन शिक्षक दामोदर साय नेगी एवं डोमार पटेल द्वारा किया गया। वहीं सम्मेलन में आने वाले श्रध्दालुओं के लिये तीन दिनों तक भंडारे की व्यवस्था भी आयोजन समिति द्वारा किया गया था।