छुरा : मार्च के महिना लगने का साथ ही गर्मी का मौसम शुरू हो गया है जहां एक तरफ स्कूली बच्चों का परीक्षा का सीजन चल रहा है तो वही दूसरी ओर विभिन्न सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों का भी द्वौर चल रहा है। वही यह क्षेत्र विशेष कर कृषि पर आधारित आर्थिक क्रियाकलाप पर अपना जीवनयापन निर्भर करता है। जहां वर्तमान में खेतों में लगे धान की फसलें लहलहाने लगी है।
ऐसे मौसम में समाज के हर वर्ग हर तपके के लिए जो सबसे नितांत आवश्यक संसाधन है उनमें बिजली प्रमुख हैं लेकिन कई दिनों से इस पुरे क्षेत्र में लो वोल्टेज के साथ साथ प्रतिदिन कई घंटो तक बिजली की कटौती विद्युत विभाग द्वारा की जा रही है। जिससे देश का भविष्य स्कूल कालेज में अध्ययनरत् बच्चे व देश का वर्तमान अर्थात किसान व इसके साथ साथ पुरे ग्रामीणों परेशान हैं।
इन्हीं सभी तथ्यों को लेकर बीती रात ग्राम सिवनी, विजयपुर, देवरी, कांटाखुसरी, कामराज, पेंड्रा, खरखरा, व आसपास के ग्रामीणों ने आधी रात बिजली काटने आए विद्युत विभाग के कर्मचारियों को पास जाकर यह जानने का प्रयास किया गया कि वे किस आदेश पर बिजली की कटौती करने आए है ग्रामीणों के इस तरह के सवालों को सुनकर बिजली विभाग के कर्मचारी जवाब देने के बजाय वहां से भाग खड़े हुए, वही उनमें से एक कर्मचारी वहीं खड़ा रहा जिससे ग्रामीणों पूछने का प्रयास किया, जवाब नही मिलने पर जवाब की अपेक्षा में पूरे रात वही पर जुटे रहे, सुबह विद्युत विभाग के आला-अधिकारियों को सम्पर्क किया गया जहां ग्रामीणों ने उनसे अपनी समस्या व्यक्त किया कि किस प्रकार उन्हे बिजली कटौती के वजह से विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
भारी हंगामें के बिच इस विषय पर सभी ग्रामीण जनो ने व कर्मचारी ने निराकरण करने का प्रयास स्वरूप विचार किया गया कि 24 घंटे में प्रत्येक गावों को कम से कम 21 घंटे बिजली की आपूर्ति किया जाएगा इसके लिए अलग अलग गावो में 3 घंटे बिजली की कटौती के लिए एक निश्चित समय निर्धारित किया गया जिस पर सभी ग्रामवासी व विद्युत विभाग के कर्मचारियों खबर लिखे जाने तक सहमत नजर आ रहे हैं।
विद्युत विभाग छुरा के जेई दीवान साहब ने बताया कि वो वोल्टेज की समस्या से निपटने का फिलहाल जो रास्ता उनके पास है वो हो बिजली की कटौती इसके लिये उन्होंने विजयपुर सिवनी व आस पास के फिटर को एक निश्चित समय तक बिजली सही वोल्टेज के साथ देने का आसवान दिया है जिसके तहत प्रत्येक गांव में अब केवल तीन घंटे ही बिजली की सेवा बंद रहेगी। उक्त आश्वासन पर किसानों ने संतोष व्यक्त करते हुए यह भी चेतावनी दिया हैं कि यदि विभाग अपने बातों से मुकरता है तो आगे और भी प्रचंड प्रदर्शन विभाग के खिलाफ किया जा सकता है।