रायपुर : छत्तीसगढ़ में हुए कथित शराब घोटाला मामले में रायपुर मेयर के भाई व कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने EOW को 4 दिन की रिमांड पर सौंप दिया है। EOW का कहना था कि पूछताछ में अभी तक उनके सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। EOW ने दोनों की रिमांड अवधि पूरी होने पर उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान एजेंसी के वकील की ओर से 16 अप्रैल तक की रिमांड मांगी गई थी, लेकिन कोर्ट ने 12 अप्रैल तक के लिए ही मंजूर की है। EOW ने दोनों को गुरुवार को ही गिरफ्तार किया था। दोनों जमानत पर थे।
3 दिनों की पूछताछ में EOW को कोई जानकारी नहीं मिली है। ढेबर और अरविंद से पूछताछ में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। दोनों आरोपी सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं। उनका एक ही जवाब होता है कि उन्हें जानकारी नहीं है या वे ED को पहले ही सब कुछ बता चुके हैं।
दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारियों ने अरविंद सिंह और ढेबर को आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की है, लेकिन कोई नई जानकारी हाथ नहीं लगी। 3 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद दोनों को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया था।
आबकारी उपायुक्त और जिला अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया
शराब घोटाले मामले में EOW ने कई आबकारी उपायुक्त और जिला अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। इन सभी के नाम FIR में है। अभी तक 6 जिला अधिकारी और उपायुक्त के बयान हो चुके हैं। इन सभी से पिछली सरकार में सक्रिय सिंडिकेट के बारे में जानकारी ली गई।
EOW ने अधिकारियों से पूछा कि किस तरह से शराब का ट्रांसपोर्टेशन होता है ? होलोग्राम कैसे बनाया ? उसे बोतल में कैसे लगाया जाता था ? ओवररेट का पैसा कैसे ऊपर वालों तक गया ? कौन-कौन सिंडिकेट में शामिल था?
किसकी क्या भूमिका थी? पैसों का कलेक्शन कैसे होता था? इस तरह के दो दर्जन सवाल किए गए। बयान देने पहुंचने वाले अफसरों में महिला अधिकारी भी शामिल थी।
पूर्व आबकारी मंत्री लखमा से भी होगी पूछताछ
EOW में जिन लोगों के नाम FIR में हैं, उन्हें पूछताछ के लिए बुला रही है। पहले चरण में अधिकारियों को बुलाया जा रहा है। इसके बाद शराब कारोबारी और आखिर में नेताओं को बुलाया जाएगा। पूर्व मंत्री कवासी लखमा को भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है।