पेरिस ओलंपिक 2024 में सोमवार (29 जुलाई) को भारत को शूटिंग में एक मेडल की उम्मीद है. अर्जुन बबूता मेंस 10 मीटर एयर राइफल में उतरे हैं. वह लगातार टॉप-3 में बने हुए हैं. इससे गोल्ड की उम्मीदें बढ़ गई हैं. शूटिंग में इससे पहले भारत को एक मेडल मिल चुका है. रविवार को महिला शूटर मनु भाकर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. वह ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने वाली पहली महिला शूटर हैं. अब अर्जुन से इस खेल में मेडल की आस है.
क्वालीफाइंग में सातवें स्थान पर रहे थे अर्जुन
अर्जुन बाबूता क्वालीफाइंग राउंड में सातवें स्थान पर रहे. इस इवेंट में संदीप सिंह ने भी भाग लिया और अंत में 629.3 अंकों के साथ रैंकिंग में 12वें स्थान पर रहे. अर्जुन के कुल 630.1 अंक थे.
शूटिंग में भारत के मेडलिस्ट
भारत के लिए ओलंपिक में अब तक 5 खिलाड़ियों ने शूटिंग में मेडल जीता है. मनु भाकर से पहले 2012 लंदन ओलंपिक में विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड हासिल किया था. उनसे पहले 2002 एथेंस ओलंपिक में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया था.
कौन हैं अर्जुन बबूता?
पंजाब के रहने वाले अर्जुन बाबूता ने कम उम्र से ही निशानेबाजी के प्रति गहरा लगाव दिखाया. भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में ट्रेनिंग लेकर उन्होंने नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाई. साल 2016 से नेशनल टीम का हिस्सा रहे अर्जुन बाबूता ने नेशनल शूटिंग ट्रायल्स 2024 में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में 253.7 का अविश्वसनीय स्कोर बनाया, जो विश्व रिकॉर्ड के बराबर था. यह रिकॉर्ड पहले ओलंपियन दिव्यांश सिंह पंवार के नाम था. इसके अलावा, एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2023 में अर्जुन ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर भारत के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक का कोटा हासिल किया.