रायपुर : रायपुर में मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदार के नाम पर ड्रग्स का कारोबार करने वाले प्रोफेसर गैंग के ड्रग सप्लायर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी आर्यन ठाकरे को पुलिस ने 10 लाख रुपए के MDMA ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। इस ड्रग्स को आरोपी ने हिमाचल प्रदेश के मनाली से लेकर आया था। पुलिस ने इसे कोतवाली थाना क्षेत्र के नरैय्या तालाब के पास से गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को भी तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इनमे से प्रोफेसर का राइट हैंड शुभम सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार हुआ था। प्रोफेसर उर्फ आयुष अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद आरोपी अंडरग्राउंड हो गया था। प्रोफेसर की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद आरोपी शुभम सोनी अपने साथी अभिषेक साहू के साथ मिलकर कारोबार को अंजाम देने लगा।
ड्रग्स का कारोबार करने वाले सिंडिकेट का खुलासा रायपुर पुलिस ने 15 मई को किया था। जिम्मी ड्रग्स गैंग के सरगना प्रोफेसर उर्फ आयुष अग्रवाल की तर्ज पर कोड वर्ड में ड्रग्स की बिक्री करता था। आरोपी के पास वहीं ग्राहक थे, जो उसने आयुष के साथ मिलकर बनाए थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शुभम की निगरानी की और खुद खरीदार बनकर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने आरोपी काे पकड़ा।
आरोपी ने आयुष के साथ मिलकर जिन लोगों को ड्रग्स पूर्व में सप्लाई किया था। उन लोगों से कॉन्टैक्ट करके उन्हें ड्रग्स देने लगा। आयुष उर्फ प्रोफेसर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही थी। रविवार की शाम को पुलिसकर्मियों ने खुद प्वाइंटर बनकर कमल विहार इलाके से आरोपी को पकड़ा। आरोपी की निशानदेही पर एमडीएम, कैप्सूल, पिस्टल, मैगजीन, ड्रग्स तोलने वाली मशीन और खाली कैप्सूल कवर बरामद किया है। आरोपी हिमाचल के मनाली से ड्रग्स मंगाता था और उसे बेचता था।
आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने नाम रखा था जिम्मी रॉय
ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी शुभम सोनी ने ग्राहकों और पुलिसकर्मियों से अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना नाम जिम्मी रॉय रखा था। आरोपी ने सोशल मीडिया डीपी में मशहूर ड्रग पैडलर पैब्लो एस्कोबार की फोटो लगा रखी थी। आरोपी प्रोफेसर उर्फ आयुष अग्रवाल के पैटर्न पर ही ड्रग्स क सप्लाई देता था।
खुद की सिक्योरिटी के लिए मंगवाई पिस्टल
आरोपी शुभम सोनी ड्रग्स कारोबार करने के बाद खुद को असुरक्षित महसूस करता था। खुद की सेफ्टी और रसूखदारी दिखाने के लिए आरोपी ने सोनू अग्रवाल से पिस्टल मंगाई थी। आरोपी सोनू ने उसे एक लाख रुपए में पिस्टल उपलब्ध कराई थी। आरोपी शुभम और अभिषेक की गिरफ्तार के बाद पुलिस ने सोनू को भी गिरफ्तार किया है। सोनू को पिस्टल किसने उपलब्ध कराई, इसका पता लगाने में पुलिस जुटी हुई है।
15 मई को हुई थी प्रोफेसर गैंग की गिरफ्तारी
प्रोफेसर गैंग के सरगना आयुष अग्रवाल और उसकी टीम को रायपुर पुलिस ने 15 मई को खम्हारडीह इलाके से पकड़ा था। 15 मई को आयुष अग्रवाल के अलावा कुसुम हिंदुजा और महेश सिंह की भी गिरफ्तारी हुई थी।
इन आरोपियों से पुलिस ने 17 अलग-अलग छोटे जिप पॉलिथीन में 2100 मिलीग्राम एमडीएम, 6600 मिलीग्राम कोकिन, 1 इलेक्ट्रानिक तराजू, 8 मोबाइल, 86 हजार रुपए नगद, 3 सोने की चेन, 1 लैपटॉप, 1 आईपेड, 3 एमटीएम, 1 सिम और एक ऑडी कार जब्त की थी।