लखनपुर,सरगुजा : सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित राशन दुकानों में व्याप्त अव्यवस्थाओं से जुड़े 6 सूत्रीय मांगों को लेकर दुकान संचालकों ने विक्रेता कल्याण संघ के आवाह्न पर गुरुवार को जिला कलेक्टर विलास भोस्कर के नाम अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ) वंश सिंह नेताम को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही समस्याओं के समाधान नहीं होने की स्थिति में अनिश्चित कालीन हड़ताल करने की ऐलान करते हुए 3 अक्टूबर को खराब गुणवत्ता हीन ई- पोश मशीन को वापस करने के मकसद से लखनपुर तहसील पहुंचे अधिकारीयों के समझाइश के बाद दुकान संचालक शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुये ई -पोश मशीन लेकर वापस धरना स्थल पहुंच मोर्चा संभाल लिया है । अपने वादे पर अमल करते हुए 4 अक्टूबर को संघ के आवाह्न पर लखनपुर उदयपुर के दुकान संचालकों ने अपने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन प्रदर्शन धरना पर बैठे गये हैं। मुख्यतः इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन ई-पास मशीन के गुणवत्ता को काफी खराब बताया जा रहा है जो बार-बार खराब हो जाता है। मशीन को सुधार करने उचित व्यवस्था संसाधन स्टुमेट उपलब्ध नहीं है। सर्वर की भी बड़ी परेशानी है जिससे वितरण प्रणाली प्रभावित हैं।
पिछले 5 महीने से राशन दुकान के आबंटन में अनियमितता बरती जा रही है। जिससे भंडारण वितरण व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हैं। इस कारण दुकान संचालक और उपभोक्ताओं में वाद-विवाद जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है। दुकान संचालक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।समय पर बारदाना की राशि मार्जिन राशि ई-पास मार्जिन राशि वित्तीय पोषण राशि समय पर भूगतान नहीं किया जाता है। और मार्जिन राशि 20 वर्ष से एक रूपये की वृद्दि नहीं हुई है। वर्तमान मार्जिन राशि काफी कम है। जिसे सभी स्कंधों में वृध्दिकर 250रूपये प्रति किविन्टल कर मासिक भूगतान और सहकारिता समुह के विक्रेता को 30 हजार रूपए मासिक मानदेय के अलावा राशन दुकान एवं विक्रेता का बीमा सुविधा मुहैया कराई जाये।राशन भंडारण में गड़बड़ी के कारण दुकान में कमी हो रही है इस लिए भंडारण भी ईपास मशीन से कनेक्टीविटी के माध्यम से भंडारण कराई जाये। और 2 फिसदी क्षति पूर्ति दी जाये।राशन वितरण के अलावा अन्य कार्य कराने पर पारश्रमिक अनिवार्य दी जाये।आखरी विगत कोरोना काल में दुकानदार से कुछ माह का डीडी राशि पटवा कर मुफ्त राशन बंटवाई गई उस राशि को दुकानदार को विभाग अभी तक लौटाया भी नहीं है और ना ही समायोजन किया गया उसे शीघ्र लौटाया जाये । इन मांगों पर शासन प्रशासन ने कोई दिलचस्पी नहीं ली जिसके वजह से दुकान संचालक धरना प्रदर्शन की दुकान खोल कर बैठ गये हैं । दुकान संचालकों के हड़ताल में चले जाने से राशन दुकानों में ताला लटक रही है राशनकार्ड धारको की परेशानी बढ़ गई है।अब देखने वाली बात होगी कि दुकान संचालको का हड़ताल खत्म कब होता है।