रायपुर:राजधानी रायपुर में रात्रि गश्त में लापरवाही और चौक-चौराहों से जवानों के नदारद रहने की शिकायतों के बाद एसएसपी डॉ. संतोष सिंह रात 12:15 बजे रात्रि गश्त पर निकले। वे प्रत्येक गश्त पॉइंट पर खुद गए। इस दौरान कुछ जगह जवानों का रवैया ढुलमुल मिला। कुछ जवान अंधेरे में बैठकर गपशप कर रहे थे,तो कुछ मोबाइल पर रील देख रहे थे।
कुछ बातचीत में ऐसे मशगूल थे कि सड़क पर आने-जाने वालों पर नजर नहीं थीं। एसएसपी ने ऐसे जवानों को जमकर फटकार लगाई। चार जवानों को नोटिस जारी किया। जबकि मुस्तैद तीन जवानों की पीठ थपथपाते हुए प्रशंसा पत्र देने की बात कही। थानों की पेट्रोलिंग टीम को रिस्पांस टाइम सुधारने समेत एक दर्जन बिंदुओं पर निर्देश दिया।
एसएसपी तेलीबांधा तालाब से बाइक पर गश्त शुरू की। शहर के 51 गश्त पॉइंट होते हुए जयस्तंभ चौक पर रात 2:30 बजे गश्त खत्म की। उनके साथ आईपीएस अमन झा भी थे।
डायल 112 की हकीकत जानने पीड़ित बनकर कंट्रोल रूम में फोन किया
डायल 112 की हकीकत पता करने एसएसपी ने निजी फोन नंबर से कॉल किया। उन्होंने चीखते हुए कहा कि मुझे दो लड़कों ने चाकू मार दिया। मुझे बचा लीजिए सर… जल्दी आइए..। मैं पुरानी बस्ती महामाया मंदिर के पास खड़ा हूं। 5 मिनट बाद डायल-112 की टीम का फोन आया और लोकेशन पूछी। लेकिन गाड़ी 17 मिनट में पहुंची। इसी तरह का पॉइंट पुरानी बस्ती थाने को दिया गया। थाने की पेट्रोलिंग 8 मिनट में पहुंच गई। एसएसपी सिंह ने ड्यूटी करने वाले सभी जवानों को डंडा साथ रखने का निर्देश दिया है। शहर की एंट्री में हथियार लैस जवानों की ड्यूटी लगाने को कहा।