दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि महाकुंभ में हुए हादसे में हजारों लोग मारे गए। उनके इस बयान का सत्ता पक्ष की ओर विरोध किया गया। वहीं, सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे से बयान वापस लेने को कहा।महाकुंभ पर क्या बोले खरगे?
इस बीच राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने तुरंत कहा कि यह मेरा अनुमान है और अगर यह सही नहीं है तो आपको (सरकार को) बताना चाहिए कि सच क्या है। उन्होंने कहा कि वे सही होने के लिए तैयार हैं।खरगे ने कहा कि मैंने किसी को दोषी ठहराने के लिए ‘हजारों’ नहीं कहा। लेकिन कितने लोग मारे गए, कम से कम यह जानकारी तो दीजिए। अगर मैं गलत हूं तो मैं माफी मांगूंगा। उन्हें यह आंकड़े देने चाहिए कि कितने लोग मारे गए, कितने लापता हैं।
महाकुंभ में हुई थी भगदड़
जानकारी दें कि गत 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मच गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए।
खरगे पर भड़के धनखड़
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्ष के नेता ने हजारों की संख्या में आंकड़ों का उपयोग करके एक परिदृश्य का संकेत दिया है। मैं उनसे अपील करता हूं कि इस सदन में जो भी बोला जाता है, उसका बहुत महत्व होता है। आपने कुछ ऐसा कहा है जिससे सभी स्तब्ध हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यहां से जो संदेश जाता है, भले ही उसका खंडन हो, वह पूरी दुनिया में जाता है। क्या आप उस हद तक जा सकते हैं? मैं आपसे इस देश के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक के रूप में अपील करूंगा, अगर आप हजारों में आंकड़ा देते हैं तो मैं केवल आपकी अंतरात्मा से अपील कर सकता हूं। इसपर खरगे ने कहा कि उन्होंने किसी को दोषी ठहराने के लिए यह आंकड़ा नहीं बताया।
खरगे के दावे को सभापति ने बताया दुखद
गौरतलब है कि सभापति धनखड़ ने खरगे के इस दावे को बहुत दुखद क्षण बताया और उनसे अपना बयान वापस लेने को कहा। हालांकि, विपक्ष के नेता ने सरकार से सही आंकड़े देने पर जोर दिया और अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था का निर्माता बताया।