स्थानीय पुलिस के अनुसार, मूर्ति को कब्जे में लेकर कोषागार भेज दिया गया है। यहां से यह मूर्ति पुरातत्व विभाग को भेजी जाएगी। पुरातत्व विभाग मूर्ति की जांच कर बताएगा कि यह मूर्ति कब की है? इससे पहले साल 2023 में बांग्लादेश के फरीदपुर में भगवान विष्णु की मूर्ति मिली थी।
इस मूर्ति का वजन 32 किलो था। अगस्त 2021 में बांग्लादेश में भगवान विष्णु की 1000 साल पुरानी मूर्ति मिली थी। वर्तमान में बांग्लादेश में जिस जगह से भगवान विष्णु की मूर्ति निकली है, वहां एक महल है। सालों पहले यहां हिंदू धर्म के एक राजा रहते थे, जो भगवान विष्णु के उपासक थे।
कहा जा रहा है कि उनके महल की मूर्ति तालाब के नीचे चली गई होगी। 1947 से पहले बांग्लादेश भारत का हिस्सा था। 1947 से 71 तक यह प्रांत पाकिस्तान के अधीन था। 1971 में बांग्लादेश को एक अलग राष्ट्र के रूप में मान्यता दी गई।
इससे पहले बांग्लादेश में बंगाली हिंदू परिवार के लोग रहते थे। जो भगवान विष्णु के उपासक थे। जैसे-जैसे उनकी आबादी कम होती गई, मंदिर नष्ट होते गए और देवताओं की मूर्तियाँ भूमिगत हो गईं। अब ये मूर्तियाँ ज़मीन के नीचे खुदाई के ज़रिए बाहर आ रही हैं।