छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में आज मौसम ने अचानक करवट ली और इलाके में करीब 40 मिनट तक लगातार ओले गिरे। ओले इतने बड़े थे कि लोग उन्हें देखकर कहने लगे कि ये देसी आलू जैसे लग रहे हैं। इस मौसम ने लोगों को गर्मी से राहत जरूर दी, लेकिन किसानों के लिए बड़ी परेशानी लेकर आया।
तेज बारिश और ओलों की वजह से कोंडागांव का तापमान काफी चे गिर गया और वातावरण शिमला जैसा हो गया। लोग इस बदले मौसम का आनंद लेते नजर आए, लेकिन खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। किसान परेशान हैं क्योंकि यह समय फसलों के कटने के साथ साथ उद्यानिकी फसलों की बुवाई का भी समय है।
मौसम विभाग रायपुर के अनुसार 14 अप्रैल से प्रदेश में मौसमी एक्टिविटी बढ़ने की संभावना हैा इसके चलते गरज-चमक भी बढ़ सकती है और कहीं-कहीं बूंदाबांदी के आसार हैं। शनिवार को राजनांदगांव में भीषण गर्मी का अहसास हुआ। राजनांदगांव में 12 अप्रैल को 42 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। यह पारा राज्य में सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया। इसी के साथ ही बिलासपुर और रायपुर में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह आज भी इन क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ है।
शनिवार को सरगुजा संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई है। वहीं वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते सरगुजा में इसका असर दिखाई दिया। वहीं प्रदेश में भी कहीं-कहीं बारिश रिकॉर्ड की गई है। संभाग के अंबिकापुर में दिन का पारा 37.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। वहीं जशपुर जिले के मनोरा में 10 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है।