रायपुर : भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर एसीबी की प्रदेश में बड़ी छापेमारी चल रही है। टीमों ने 20 ठिकानों को घेरा है। सभी भू राजस्व से जुड़े अधिकारी कर्मचारी है।यह रेड रायपुर, दुर्ग भिलाई, आरंग सहित अन्य जगह करवाई चल रही है। यह कार्रवाई भूमि अधिग्रहण को लेकर की गई है । टीम ने तहसीलदार और उनके मातहत को घेरा है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में रायपुर से विशाखापट्टनम तक 950 किमी लंबी सड़क बनाई जा रही है। इस परियोजना में रायपुर से विशाखापट्टनम तक फोर लेन और दुर्ग से आरंग तक सिक्स लेन सड़क निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए कई किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई, जिसके बदले उन्हें मुआवजा मिलना था। हालांकि, कई किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिल पाया है, वहीं दूसरी ओर मुआवजे के नाम पर सरकारी फंड का दुरुपयोग कर करोड़ों की बंदरबांट की गई।
शुरुआती जांच में सामने आया था कि कुछ सरकारी अधिकारियों, भू-माफियाओं और प्रभावशाली लोगों ने आपसी मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के जरिए लगभग ₹43 करोड़ की मुआवजा राशि हड़प ली। विस्तृत जांच के बाद यह आंकड़ा ₹220 करोड़ से अधिक तक पहुंच गया है। अब तक EOW को ₹164 करोड़ के संदिग्ध लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड प्राप्त हो चुके हैं।