पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश गुस्से में है. पाकिस्तान से बदला लेने की मांग हो रही है. इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री से लेकर कैबिनेट मंत्री, राज्यों के महासचिव और खुद गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से लेकर मणिशंकर अय्यर तक कई बड़े चेहरे ऐसा-ऐसा बयान दे रहे हैं, जिससे करोड़ों देशवासी जरा भी इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं.
ताजा मामले में कांग्रेस पार्टी से कई बार सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने राष्ट्रवादियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए विवादित और अशोभनीय बयान दिया है.
कांग्रेस का बयानवीर कर रहे भारतवासियों का अपमान
पाकिस्तान भारतीय के इन बयानवीर और विदेशनीति के कथित जानकारों के बयानों का इस्तेमाल अपने पक्ष में भुनाने और भारत को झूठा साबित करने के लिए कर रहा है. अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर 140 करोड़ लोगों के दिल को दुखाने वाला कांग्रेसी नेताओं का हर बयान वायरल हो रहा है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि देशभर के कांग्रेसी नेताओं में खासकर कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तक के नेताओं में पहलगाम हमले को मामूली घटना बताने और पाकिस्तान का बचाव करने की होड़ लगी है. बीजेपी इसे पूरे देश और भारत माता का अपमान बता रही है.
सैफुद्दीन सोज के बिगड़े बोल
कांग्रेस के इन नेताओं के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने भी पहलगाम नरसंहार में हिंदुओं की धर्म पूछकर हत्या करने वालों और उन्हे ऐसा करने का हुक्म देने वाले पाकिस्तान को माफ करने की वकालत करते हुए करीब140 करोड़ सनातनी हिंदुओं की जनभावनाओं का अपमान किया है.
सिंधु जल संधि पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने कहा, ‘पाकिस्तान के लिए सिंचाई और पीने के पानी के लिए पानी बहुत महत्वपूर्ण है. अगर नदी के पानी को डायवर्ट नहीं किया गया तो पंजाब और जम्मू-कश्मीर राज्य पूरी तरह से डूब जाएंगे. सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धों से बची हुई है. यह जल संधि पाकिस्तान के लिए जीवन रेखा है. अगर पाकिस्तान ये कहता है कि पहलगाम हमले में उनका कोई हाथ नहीं है, तो हमें पाकिस्तान की बात मान लेनी चाहिए.
बीजेपी ने पहलगाम हमले पर कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं की फोटो लगाकार उनका बयान कैप्शन में साथ लिखकर कांग्रेस के इन नेताओं का झुकाव पाकिस्तान की ओर होने का आरोप लगाया है.
यानी पहलगाम आतंकी हमले पर दिए गए विवादास्पद बयानों की सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तान के रुख को आसानी से स्वीकार करने का आह्वान किया है. पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले को लेकर देश में गुस्सा बढ़ने के साथ ही कई कांग्रेस नेताओं के विवादास्पद बयानों ने बीजेपी की नाराजगी को भी और बढ़ा दिया है.
पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को भारत द्वारा निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सोज ने कहा, ‘पाकिस्तान में सिंचाई और पीने के उद्देश्यों के लिए पानी जरूरी है. अगर पानी को नहीं मोड़ा तो जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से जलमग्न हो जाएगा. सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धों के दौरान भी बरकरार रही. इंडस वाटर ट्रीटी पाकिस्तान की लाइफ लाइन है. पाकिस्तान कहता है कि पहलगाम हमले में उनका हाथ नहीं है, तो हमें भी मान लेना चाहिए.’
उनकी टिप्पणी कर्नाटक के मंत्री संतोष लाड की टिप्पणियों से मेल खाती है, जिन्होंने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करने के पीछे केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘क्या पाकिस्तानियों को पानी नहीं मिलना चाहिए, क्या वे पानी नहीं पीते हैं.’
बवाल बढ़ा तो सफाई देने लगे सोज ने लिया यू-टर्न
बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी की आलोचना की और कहा कि वह चाहते हैं कि भारत पहलगाम में पर्यटकों के नरसंहार में पाकिस्तान की संलिप्तता के सभी सबूतों को नजरअंदाज कर दे और केवल पाकिस्तान की बात मान ले. वाकई सोज ने ऐसी बेशर्म वकालत करके पाकिस्तानी डीप स्टेट की उम्मीदों को भी पार कर दिया है.’
बाद में, सोज ने अपने रुख पर यू-टर्न लिया और कहा कि उनकी टिप्पणी के संदर्भ को गलत समझा गया. एक मीडिया हाउस से बात करते हुए कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा, ‘वो भारत सरकार के रुख का समर्थन करते हैं और उन्होंने केवल पाकिस्तान द्वारा किए गए दावों की सत्यता की जांच करने के लिए कहा था.’
देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन
देशभर में पाकिस्तान की कायराना करतूत यानी पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध में धरना-प्रदर्शन और कैंडल मार्च हो रहे हैं. कई शहरों में लोगों ने पाकिस्तानी झंडे जलाकर और उसे फाड़कर पाकिस्तान से बदला लेने की मांग की है.