मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार (6 मई) शाम नायब तहसीलदार जेपी पांडे पर हमला हो गया। सीधी के पटेहरा गांव से उन्हें किसी तरह जान बचाकर भागना पड़ा। 7-8 लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर उन्हें लात-घूंसों से पीटा और सिर फोड़ दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 3 आरोपी गिरफ्तार किए हैं।
जान बचाकर थाने पहुंचे तहसीलदार
पुलिस के मुताबिक, सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने का नोटिस देने चौकीदार गांव गया था, लेकिन विवाद की स्थित बन गई। झगउ़े की सूचना नायब तहसीलदार जेपी पांडे को मिली तो वह मौके पर पहुंचे, लेकिन गांव वालों ने उन्हीं पर टूट पड़े। खून से लथपथ नायब तहसीलदार पांडे किसी तरह रामपुर नैकिन थाने पहुंचे।
7-8 लोगों के खिलाफ FIR
रामपुर नैकिन थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल परीक्षण के बाद आरोपी राजेंद्र, जेपी लुनिया, दिलीप और सनत लोनिया सहित 7-8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम शैलेश द्विवेदी भी मौके पर पहुंचे।
समन लेकर गांव गया था चौंंकीदार
नायब तहसीलदार जेपी पांडे ने बताया, चौकीदार सीमांकन का समन लेकर गांव गया था, राजेंद्र, जेपी लुनिया, दिलीप लुनिया और सनद लुनिया सहित कुछ लोग पीटने लगे। मैं पड़कुरी में रेलवे का काम देख रहा था। फोन किया तो मौके पर पहुंचा, लेकिन मुझ पर भी हमला कर दिया।
मोटर साइकिल से पीछा किया
पटपरा गांव में सड़क किनारे, वेयरहाउस और तालाब के पास सरकारी जमीनों पर दर्जनों लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। सामूहिक नोटिस जारी किया गया है, लेकिन आरोपियों ने नोटिस फाड़ दिया और गाली गलौज करने लगे। मोटर साइकिल से मेरा पीछा किया।
कमलेश्वर पटेल ने जताई चिंता
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने घटना पर चिंता जताई है। सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा- मध्यप्रदेश में जब प्रशासनिक अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं तो जनता की सुरक्षा की कल्पना कैसे कर सकते हैं? यह घटना दर्शाती है कि भाजपा राज में आमजन कितना पीड़ित और उपेक्षित महसूस कर रही है। प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भड़क रहा है।