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खेती के कचरे से बनाएं खूब सारा पैसा, घर में ही मिलेगा कमाई का शानदार मौका

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कचरे से कमाई के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपने खेती के कचरे से कमाई की बात सुनी है? अगर नहीं तो हम आपको इसके बारे में बताते हैं. दरअसल, खेती का कचरा बेचना और उससे कमाई करना थोड़ा मुश्किल काम है क्योंकि लोगों को यह काम पेचीदा लगता है. मगर एक बार आप इसे आजमा लें, तो पता चलेगा कि यह काम नेकनीयती और अच्छी कमाई का है. नेकनीयती इसलिए क्योंकि खेती के कचरे के निपटान से प्रदूषण सहित कई समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा. जलवायु परिवर्तन की चुनौती को भी कम करने में आपकी भागीदारी होगी. तो आइए आज किसी एक कचरे से कमाई के बारे में बताते हैं.

जूट के कचरे से बनाएं कागज

आप जूट और कागज दोनों के बारे में जानते होंगे. दोनों का एक दूसरे से कोई सीधा रिश्ता नहीं है. मगर आप चाहें तो यह रिश्ता बना सकते हैं और इससे कमाई भी कर सकते हैं. जी हां. जूट का कचरा आपको सस्ते में अच्छी कमाई करा सकता है. वह भी घर बैठे, किसी छोटे जुगाड़ से. कैसे, हम आपको बताते हैं.

आजकल बाजार में कई सस्ती टेक्नोलॉजी आ रही हैं जिसे खरीद कर आप घर में लगा सकते हैं और जूट के कचरे से पेपर बना सकते हैं. जूट का कचरा अक्सर फेंक दिया जाता है. मगर आप उसे हैंडमेड पेपर बनाकर कमर्शियल इस्तेमाल में ले सकते हैं और बेचकर कमाई कर सकते हैं. आपने बाजार में हैंडमेड पेपर या पेपर बोर्ड देखा होगा जिसकी कीमत अच्छी-खासी होती है. इसे जूट के कचरे से बनाते हैं. यही बनाने का काम आप घर पर कर सकते हैं. बस इसके लिए आपको एक मशीन लगानी होगी जिसे आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं.

कचरे से बनाएं इतने सारे प्रोडक्ट

जूट के कचरे के साथ आपको कुछ चीजें मिलानी होती हैं जैसे कास्टिक सोडा, सोडियम कार्बोनेट, चूना आदि. फिर इस मिक्सचर को मशीन में डालकर पेपर बना सकते हैं. इस पेपर से फाइल्स, फोल्डर, ग्रिटिंग्स कार्ड, शॉपिंग बैग, विजिटिंग कार्ड, पोस्टर, राइटिंग ग्रेड पेपर, पेपर बोर्ड, फाइल कवर आदि बना सकते हैं और बेच कर कमाई कर सकते हैं.

जूट के कचरे से पेपर बनाने के कई फायदे हैं. इसमें प्रदूषण कम होता है. जूट से बने हैंडमेड पेपर को बनाने में ओरिजिनल पेपर से कम ऊर्जा लगती है. इससे आपका खर्च बचता है. इससे पेड़ों की रक्षा होती है क्योंकि ओरिजिनल पेपर बनाने में अधिक से अधिक पेड़ काटे जाते हैं. जबकि हैंडमेड पेपर बनाने के लिए जूट और उसके कचरे का प्रयोग होता है. इस पेपर को बनाने की मशीन और इसका खर्च भी बहुत अधिक नहीं होता.