रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सरकारी राशन वितरण में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यह मामला जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम क्रिंधा पंचायत की है। यहां के ग्रामीणों को जनवरी से अप्रैल तक का सरकारी राशन मिला ही नहीं है। खास बात यह है कि इस मामले की शिकायत करने ग्रामीण तीन-तीन सौ रुपए चंदा किए और बस किराए पर लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे थे।
जनवरी से लेकर अप्रैल तक का नहीं मिला राशन
कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि धरमजयगढ़ विकासखंड में आने वाले इस पंचायत में पहाड़ी कोरवा सहित जनजाति समुदाय की बाहुलता है। यहां रहने वाले अधिकांश परिवार सरकारी राशन पर ही निर्भर है, लेकिन उन्हें पिछले चार माह से राशन नहीं मिला है। राशन दुकान का संचालन एक स्व सहायता समूह के माध्यम से किया जाता है। गांव का उक्त राशन दुकान अधिकांश समय बंद रहता है। वहीं जब खुलता है तो इसका संचालक राशन नहीं होने की बात कहता है। लगातार चार माह से राशन नहीं मिलने से ग्रामीण परेशान हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि इसकी शिकायत धरमजयगढ़ विकासखंड के फूड इंस्पेक्टर से की गई, लेकिन इसमें किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई नहीं होता देख गांव के लोगों ने मिटिंग की और इस मामले की शिकायत कलेक्टर से करने का मन बनाया। इसके लिए जब जिला मुख्यालय रायगढ़ आने की बात हुई तो सभी ने प्रत्येक परिवार से तीन-तीन सौ रुपए चंदा लिया गया और बस किराए पर लिया गया। इस बस के सहारे ग्रामीण बुधवार को रायगढ़ पहुंचे और मामले की शिकायत की।
शिकायत करने पर धमकाते हैं अधिकारी
पूर्व बीडीसी सीबल साय बैगा ने कहा की यहां के ग्रामीणों ने बताया कि राशन नहीं मिलने की शिकायत धरमजयगढ़ में की गई थी। इस समय जांच के नाम पर धरमजयगढ़ में पदस्थ फूड विभाग अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे। मामले की शिकायत स्थानीय धरमजयगढ़ विकासखंड के अधिकारी से की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में यह प्रतीत होता है कि स्थानीय स्तर के अधिकारी भी इस मामले में मिले हुए हैं।
सरपंच क्रिंधा राजेश कुजूर ने कहा की क्षेत्र के ग्रामीणों को चार माह से राशन नहीं मिला है। दुकान संचालक बिना राशन दिए ही पहले ग्रामीणों का फिंगर यह कहते हुए ले लेता है कि यदि फिंगर नहीं लगाया तो राशन आएगा ही नहीं।ग्रामीण अमर सिंह राठिया ने कहा की इससे पहले भी राशन नहीं मिलने की शिकायत स्थानीय स्तर के अधिकारियों से की गई थी, लेकिन किसी प्रकार से कार्रवाई नहीं हुई और मामला जस का तस ही रहा। वहीं उलटे हमे ही धमकाया गया।
ग्रामीण रामनाथ लकड़ा ने कहा की राशन नहीं मिलने की शिकायत करने सभी रायगढ़ मुयालय पहुंचे। किसी के पास एक मुश्त रुपए नहीं होने पर सभी ने बस बुकिंग करने के लिए चंदा किया। इस चंदे के पास से वे यहां तक पहुंचे।ग्रामीण होरीलाल राठिया ने कहा की चार माह से राशन नहीं मिलने पर क्षेत्र के लोगों को भूखों मरने की नौबत आ गई है। राशन मिलने की आस में कई बार दुकान का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन राशन नहीं मिल रहा।