आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहद कम लागत में आपको बंपर मुनाफा करवा सकती है।इसीलिए इस फसल को किसानों का एटीएम भी कहा जाता है। इस फसल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे उगाने के लिए न ही अधिक जमीन की जरूरत पड़ती है और न ही अधिक मेहनत की। जी हां, एलोवेरा की खेती बेहद आसान है। आप इसे छोटे भू भाग पर भी बड़ी ही आसानी के साथ कर सकते हैं।
ऐलोवेरा का इस्तेमाल
ऐलोवेरा का इस्तेमाल हर्बल से लेकर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में काफी होता है। इसकी खेती किसानों कोमालामाल कर रही है।
कई साल तक उपज
एलोवेरा एक अंग्रेजी नाम है, हिंदी में इसे घृतकुमारी और ग्वारपाठा के नाम से जानते हैं। आप सिर्फ एक बार पौधे लगाकर इससे कई साल तक उपज लेने के साथ ही मुनाफा कमा सकते हैं।
यहां होती है खेती
इसकी ज्यादातर खेती पंजाब, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, राजस्थान और उत्तराखंड अरुणाचल प्रदेश, असम, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल में की जाती है।
ऐलोवेरा की किस्में
एलोवेरा की खास किस्मों में ए इंडिका, ए.लिटोरेलिस और ए.एबिसिनिका, एलो बार्बेडेंसिस, ए.चिनेंसिस, ए. परफोलियाटा, ए. वल्गारिस आदि हैं।
इस सीजन में करें खेती
एलोवेरा की खेती सर्दियों के महीनों को छोड़ पूरे साल की जा सकती है। इसकी खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है।