इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सेना का कितना दबदबा है, ये पूरी दुनिया को पता है. वहां की सरकार सेना के दम पर ही चलती है. अब तो पाकिस्तानी सेना का आतंकवादियों के साथ कनेक्शन का भी पर्दाफाश हो चुका है.पाकिस्तान में आतंकवादी और सेना के बीच गठजोड़ किस कदर है, इसका पता लश्कर की राजनीतिक शाखा एमएमएल के पाकिस्तान में लगाए पोस्टर से साफ जाहिर हो रहा है. पोस्टर में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर और आतंकवादी साथ नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान के दो बड़े शहरों – कराची और लाहौर – में इस तरह के कई पोस्टर लगाए गए हैं.
यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों के बीच का संबंध दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है. हाल ही में जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर 100 से ज्यादा आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया था. उस वक्त आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी नजर आए थे.
बता दें कि 22 अप्रैल को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष लोगों पर घातक हमला किया था, जिसमें 26 नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. हमले के पहले आतंकियों ने धर्म पूछा फिर लोगों को मौत के घाट उतारा. मृतकों में बड़ी संख्या में पर्यटक शामिल थे. इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद भारतीय सेना ने 7 मई को आतंकियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की. सेना की इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इसमें मसूद अजहर के लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हाफिज सईद के जमात-उद-दावा के आतंकी शिविर भी शामिल थे.
भारत के हवाई हमले में 100 से ज्यादा आतंकवादी और पाकिस्तानी सेना लगभग 30 जवान मारे गए थे. हमले के एक-दो दिन बाद ही पाकिस्तान से आतंकियों के जनाजे की तस्वीर सामने आने लगी, जिसमें पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारियों को भी देखा गया. जिससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों को दरअसल वहां की सेना ही शह दे रही है.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने जवाबी हमले के प्रयास में भारत पर ड्रोन और मिसाइलें दागीं, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम्स जैसे आकाशतीर और एस-400 ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया. इसके बाद भारत ने कड़ा पलटवार करते हुए पाकिस्तान के 9 से 11 वायुसेना ठिकानों को तबाह कर दिया. इस सख्त सैन्य कार्रवाई से घबराई पाकिस्तानी सेना ने संघर्षविराम की अपील की. पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष से संपर्क कर तनाव समाप्त करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर दोनों देशों ने अस्थायी युद्धविराम पर सहमति जताई. भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई के प्रमाण भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने प्रस्तुत किए, जिससे यह साफ हो गया कि भारत की जवाबी कार्रवाई सिर्फ आत्मरक्षा नहीं, बल्कि आतंक के ठिकानों को जड़ से खत्म करने की निर्णायक नीति का हिस्सा थी.