दिल्ली एक बार फिर दरिंदगी का अखाड़ा बन गई है। और इस बार निशाना बनी है एक 9 साल की मासूम बच्ची। बकरीद की रात, जब देश में त्योहार की शांति होनी चाहिए थी, तब दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में नौशाद ने मानवता को शर्मसार कर डाला।
आरोप है कि नौशाद ने मासूम बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और शव को सूटकेस में भरकर छिपा दिया।
पूरे इलाके में उबाल है। लोग सड़कों पर उतर चुके हैं और इस दरिंदे को ऑन द स्पॉट फांसी देने की मांग कर रहे हैं। ‘न नौशाद बचेगा, न उसकी हैवानियत’, यही आवाज गूंज रही है आस पास की गलियों में।
रिश्तेदारी में गई मासूम नहीं लौटी
मृत बच्ची अपने घर से थोड़ी ही दूरी पर ताई के घर बर्फ देने गई थी, लेकिन उसके बाद वो वापस नहीं लौटी। काफी देर तक इंतज़ार के बाद जब परिजनों ने तलाश शुरू की, तो एक आरोपी के फ्लैट में बच्ची का शव एक सूटकेस में मिला। बच्ची के शरीर का निचला हिस्सा निर्वस्त्र था, खून बह रहा था, चेहरे पर चोट के गहरे निशान थे। पुलिस भी पहली नज़र में इसे बलात्कार और हत्या का मामला मान रही है।
सूटकेस से निकली इंसानियत की चीख
परिजन जब फ्लैट पर पहुंचे, तो नौशाद फरार था और कमरे पर ताला लगा था। जब ताला तोड़ा गया, तो अंदर का नज़ारा देख सबके होश उड़ गए। बच्ची का शव एक बंद सूटकेस में पड़ा था, चारों तरफ खून था, और कमरे में मोबाइल की हल्की रोशनी से शव नजर आया।
बच्ची को पहले एक स्थानीय क्लीनिक ले जाया गया, फिर स्थिति गंभीर देख उसे प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
‘नौशाद को फांसी दो’
इस घिनौनी वारदात के बाद नेहरू विहार और आस-पास के इलाके में जन आक्रोश फूट पड़ा है। सड़कें भर गई हैं नाराज नागरिकों से जो एक ही बात कह रहे हैं- दरिंदे को अब जिंदा मत पकड़ो, फांसी पर लटकाओ! स्थानीय लोगों ने साफ कहा है कि नौशाद चाहे किसी भी धर्म, जाति या वर्ग से हो- बच्ची के साथ दरिंदगी की सज़ा सिर्फ मौत हो सकती है। आरोपी का भाई पुलिस की गिरफ्त में है, और अब पूरे देश की नजरें उस नौशाद पर हैं जो बकरीद की रात राक्षस बन गया।