Home छत्तीसगढ़ ऑनलाईन शॉपिंग साइट्स पर कसा शिकंजा, रायपुर पुलिस की बड़ी पहल

ऑनलाईन शॉपिंग साइट्स पर कसा शिकंजा, रायपुर पुलिस की बड़ी पहल

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रायपुर :  राजधानी रायपुर में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन ने अब ऑनलाईन माध्यम से चाकू की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाया है। इसी कड़ी में रायपुर पुलिस के पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अमेजन, फ्लिपकार्ट, डेलिवरी, डी.टी.डी.सी जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स और कोरियर कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ सिविल लाइन्स स्थित सी-04 सभाकक्ष में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का प्रमुख उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि प्रतिबंधित धारदार हथियार विशेषकर बटनदार चाकू- ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से आम जनता तक न पहुंचे। पुलिस की ओर से एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय भी मौजूद रहे, जिन्होंने हालिया मामलों के आंकड़े और विश्लेषण प्रस्तुत किए।

पुलिस की चिंता और निर्देश
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट रूप से अवगत कराया कि शहर में हाल ही में जिन चाकूबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है, उनमें आरोपियों द्वारा ऑनलाईन शॉपिंग साइट्स से प्रतिबंधित चाकू मंगाकर अपराध किया गया। उन्होंने बताया कि स्थानीय बाजार में इस तरह के चाकुओं की बिक्री पर पहले ही प्रतिबंध है, लेकिन ऑनलाइन माध्यम के जरिये इनकी आसान उपलब्धता अब कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। पुलिस ने अमेजन, फ्लिपकार्ट, डेलिवरी और डी.टी.डी.सी. जैसी कंपनियों को निर्देशित किया कि वे अपनी-अपनी वेबसाइट्स और मोबाइल एप्स से ऐसे चाकुओं की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाएं। साथ ही कोरियर कंपनियों को भी निर्देशित किया गया कि वे इस तरह की संदिग्ध सामग्री की डिलीवरी से परहेज करें और यदि कोई ऐसा पार्सल सामने आता है, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस की प्रमुख मांगें
प्रतिबंधित चाकू हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
संभावित ऑर्डर देने वालों की जानकारी समय-समय पर पुलिस को उपलब्ध कराई जाए।
यदि निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो विधिसम्मत कार्यवाही और कानूनी नोटिस जारी किए जाएंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल सुरक्षा का मामला नहीं बल्कि समाज में भय और अपराध के माहौल को रोकने की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यदि कंपनियों द्वारा निर्देशों का पालन नहीं किया गया, तो साइबर अपराध अधिनियम, आपराधिक संहिता, तथा शस्त्र अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ई-कॉमर्स कंपनियों की प्रतिक्रिया
अमेजन के स्टेशन मैनेजर सुशील सोना, फ्लिपकार्ट के सिक्योरिटी मैनेजर गुलरेज अली, डेलिवरी के सीनियर मैनेजर प्रफुल्ल पाटिल और डी.टी.डी.सी. के ऑपरेशन मैनेजर बजरंग द्विवेदी ने इस गंभीर मुद्दे पर रायपुर पुलिस के साथ सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे संबंधित कंटेंट को हटाने की दिशा में अपनी तकनीकी टीमों के साथ तत्काल कार्य शुरू करेंगे और भविष्य में किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री की बिक्री या डिलीवरी को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से काम करेंगे।
बैठक का निष्कर्ष
यह बैठक न केवल एक औपचारिकता थी, बल्कि रायपुर पुलिस की अपराध नियंत्रण नीति के अंतर्गत एक रणनीतिक और ठोस कदम थी, जिससे आने वाले समय में चाकूबाजी जैसे घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा। पुलिस की इस सक्रियता को नागरिकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा भी सराहना मिल रही है। जनमानस में एक सकारात्मक संदेश गया है कि रायपुर पुलिस केवल अपराध के बाद नहीं, बल्कि अपराध से पहले ही रोकथाम के लिए सक्रिय पहल कर रही है। समाज की सुरक्षा और शांति बनाए रखने की इस पहल में पुलिस और निजी संस्थानों का यह समन्वय आने वाले समय में एक अनुकरणीय उदाहरण बन सकता है।