ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुनिया के अलग-अलग देशों में जाकर पाकिस्तान की पोल खोलकर लौटे डेलीगेशन से पीएम नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की.इस मुलाकात में विपक्षी दलों के वे सभी नेता शामिल हुए, जो ऑपरेशन सिंदूर की बात रखने विदेशों में गए थे.
इस डेलीगेशन का हिस्सा कांग्रेस के मनीष तिवारी और शशि थरूर जैसे सांसद भी रहे. उन्होंने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के पक्ष को मजबूती से रखा. मनीष तिवारी ने इस मुलाकात के बाद अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.
मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुट होना ही लोकतंत्र की ताकत- मनीष तिवारी
इस मुलाकात को लेकर मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “किसी भी महान लोकतंत्र की असली ताकत यह होती है कि वह मतभेदों से ऊपर उठकर एक साथ कार्य कर सके. वैचारिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत अंतर होने के बावजूद राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देना ही लोकतांत्रिक परिपक्वता की निशानी है. यही इस शाम की खास बात थी.”
मनीष तिवारी ने आगे लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात कर अलग-अलग देशों में मिले अनुभव साझा करना और उनका नजरिया सुनना एक सुखद अवसर था, खासकर जब देश एक कठिन दौर से गुजर रहा है.”
राहुल गांधी के बयानों पर भी दी प्रतिक्रिया
इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एएनआई को दिए बयान में कहा, “मैं पहले भी कह चुका हूं कि हमारे भारत के लोकतंत्र की ताकत उसकी विविधता और अलग-अलग विचारों की आजादी में है. यही बात भारत को पाकिस्तान और कई तानाशाही देशों से अलग बनाती है.”
मनीष तिवारी ने कहा, “लोकतंत्र में विभिन्न विचारों का होना कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है. हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है. लेकिन, मैं ये साफ कर दूं कि इस मिशन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करना था और इस काम में जो टीमें विदेश गईं, उन्होंने इस सोच का बीज बो दिया है.”