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माफ हुआ पांच लाख रुपए का कर्ज, भावुक किसान ने अपने घर का नाम रखा ‘भूपेश बघेल निवास’

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रायपुर :  धमतरी जिले के ग्राम भोयना निवासी एक किसान का पांच लाख रुपये का कर्ज माफ हुआ है। जिससे भावुक हुए किसान ने अपने नए मकान का नाम मुख्यमंत्री भपेश बघेल के नाम नाम पर ही रख लिया। जिसकी चर्चा जिले सहित प्रदेश भर में हो रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर किसान के इस अपनेपन के लिए उनका आभार जताया है।

दरअसल, मुख्यमंत्री के प्रति प्रेम का एक ऐसा अनूठा मामला धमतरी में सामने आया है। जहां शहर से लगे भोयना गांव में एक देवांगन परिवार ने अपने घर का नाम ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर कर दिया है। किसान अशोक देवांगन ने बताया कि उनका करीब 15 एकड़ खेत है और खेती किसानी के लिए उनके भाई बलराम देवानंग ने जिला सहकारी बैक से करीब 5 लाख रुपये का कर्ज लिया था। किसान ने बताया कि प्रदेश में भूपेश बघेल का सरकार बनने के बाद उनका 5 लाख रुपए का कर्ज माफ हुआ है।

उसी वक्त बलराम देवांगन ने ठाना था कि वह इस कर्ज माफी की राशि से तीन कमरों का घर बनाएंगे और उस घर का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर “भूपेश बघेल निवास” रखेंगे लेकिन कोरोना काल में बलराम देवांगन का निधन हो गया जिसके बाद उनकी ये इच्छा अधूरी रह गई। वहीं बड़े भाई के निधन के बाद उनके छोटे भाई अशोक देवांगन ने घर का निर्माण पूरा कराया और अपने भाई की इच्छा के मुताबिक घर का नाम “भूपेश बघेल निवास” कर दिया। जिसकी चर्चा अब पूरे प्रदेश में हो रही है।

वहीं जानकारी होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अशोक कुमार देवांगन जी के इस प्यार के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं…आपके भाई स्व बलराम देवांगन जी को विनम्र श्रद्धांजलि….और वादा है कि भरोसा बरकरार रहेगा।

छत्तीसगढ़ शासन से मिले आंकड़ों के अनुसार 2018 में भूपेश सरकार बनने के बाद पहले ही दिन किसानों की कर्जमाफी शुरू हो गई थी, चार साल में प्रदेश के 17 लाख 82 हजार किसानों का 9270 करोड़ का कर्ज माफ किया गया है। खास बात यह है कि इन चार वर्षों में 325 करोड़ रुपए के सिंचाई कर की माफी भी की गई है। यही नहीं, निजी कंपनियों द्वारा 1707 किसानों की अधिगृहीत 42 सौ एकड़ जमीन उन्हें वापस करवाई गई है।

गौरतलब है कि छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल ने पहली कैबिनेट की बैठक के बाद पहली बार मीडिया को संबोधित करते हुए यह घोषणा की थी कि हमने दस दिन में कर्ज माफी का वादा घोषणा पत्र में किया था। धान का समर्थन मूल्‍य 1700 से बढ़ाकर 2500 रुपये करने की बात कही थी। इसकी हम घोषणा कर रहे हैं। मुख्‍यमंत्री ने कहा था कि किसान हमारा अन्नदाता है। हम उनसे किए सारे वादे पूरे करेंगे। हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है। राज्य के 16 लाख 50 हजार किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये लिया हुआ सभी कर्ज माफ होगा, इसमें कर्ज की कोई सीमा नहीं तय की गई। सभी का कर्ज माफ होगा।