अंबिकापुर : राजनीतिक दल कोई भी पहल करें और इस पर राजनीति न हो भला ऐसा कैसे हो सकता है। अब सरकार के द्वारा रामायण महोत्सव के निर्णय को लेकर जहां भाजपा इसे कांग्रेस का राजनीतिक स्टंट बता रही है तो वहीं कांग्रेस, भाजपा पर अच्छे कामों को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखने की बात कहते हुए इसे बेहतर पहल बता रही है।
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने रामायण महोत्सव को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ से श्रीराम का सदियों से नाता रहा है। ऐसे में उनकी महिमा को महोत्सव के रूप में प्रस्तुत करने से आम लोग श्रीराम के जीवन के बारे में न सिर्फ जान सकेंगे बल्कि लोग उनके जीवन के बेहतर कार्यों को अपने जीवन में अनुसरण भी कर सकेंगे। ऐसे में संस्कृति मंत्री ने इसे बेहतर पहल बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के कण कण में श्री राम और रामायण की झलक देखने को मिलती है छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या का मायका बताते हुए संस्कृति मंत्री ने कहा कि श्री राम छत्तीसगढ़ के भांजे हैं और इसीलिए छत्तीसगढ़ में न सिर्फ भांजे का सभी रिश्तो में ज्यादा सम्मान किया जाता है बल्कि अलग-अलग कार्यों में भी रामायण और फिर राम नजर आते हैं।
वहीं अचानक छत्तीसगढ़ पहुंचे प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के दौरे को लेकर मंत्री अमरजीत भगत ने अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि उन्हें न तो मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर कोई जानकारी है और ना ही उनका दौरा किसी इडी के कार्रवाई को लेकर था। यह भी उन्हें पता नहीं मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि यह सब हाईकमान के निर्णय हैं। शैलजा के दौरे को उन्होंने आगामी चुनाव की तैयारी को जोड़कर बताया।