बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए जो नाटक चल रहा था वो अब खत्म हो गया है। पार्टी ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। दोनों नेता कल यानि 20 मई को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। लेकिन इस बीच प्रदेश कैबिनेट में मंत्रियों के नाम को लेकर कयासों का बाजार बेहद गरम है। मंत्रिमंडल में कई नेताओं के शामिल होने को लेकर कयास लगाए जा रह हैं। फिलहाल पार्टी सूत्रों की मानें तो राज्य कैबिनेट में सिद्धारमैया और शिवकुमार, दोनों खेमों के 14 मंत्रियों के साथ कुल 28 मंत्री होंगे।
कर्नाटक कैबिनेट में कौन हो सकता है शामिल?
1. परमेश्वर
2. रामलिंग रेड्डी
3. केजे जॉर्ज
4. एचके पाटिल
5. एमबी पाटिल
6. सतीश जरकीहोली
7. यूटी कधार
8. लक्ष्मी हेब्बलकर
9. टीबी जयचंद्र
10. एचसी महादेवप्पा
11. कृष्णा बायरे गौड़ा
12. लक्ष्मण सावदी
13. सलीम अहमद
14. संतोष लाड
15. दिनेश गुंडु राव
16. जमीर अहमद
सूत्रों की माने तो अनुभव के आधार पर विधायक कैबिनेट में शामिल होने की कवायद करने की कोशिश कर रहे हैं। दो बार के मंत्री संतोष लाड, अनुभवी आरवी देशपांडे, गोल्ला समुदाय के नागराज यादव, मैसूर के पूर्व लिंगायत अन्या तिपातुरू षादक्षरी, पंचमसाली संघर्ष पर आधारित विजयानंद कशप्पनवार, अल्पसंख्यक कोटा धारक नजीर अहमद, सलीम अहमद, बंजारा समुदाय के प्रकाश राठौड़ और अन्य मंत्री पद के लिए प्रयास जारी है।
दरअसल कांग्रेस के विधायकों में लिंगायत के 39 विधायक, वोक्कालिगा के 21, अनुसूचित जाति के 22, अनुसूचित जनजाति के 15, मुस्लिम समुदाय के नौ और कुरुबा के आठ विधायक समेत अन्य भी शामिल हैं। इसमें ज्यादातर अनुभव के आधार पर मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण भूमिकाएं देने की मांग कर रहे हैं।