दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा और बीजापुर की सरहद पर एक बार फिर नक्सली उत्पात देखने को मिला है। कोशलनार में नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी। इस आगजनी से हुई घटना में 173 बोरी तेंदू पत्ता जलकर ख़ाक हो चुके हैं। इतना ही नहीं नक्सलियों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने दिन दहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना के वक्त कुछ ग्रामीण फड़ के आसपास मौजूद थे। नक्सलियों में पहले उन्हें वहाँ से हटने को कहा और इसके बाद आगज़नी कर दी। वन विभाग के अधिकारी मौक़े पर पहुँच चुके हैं। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने मौक़े पर कुछ पर्चे भी फेंके हैं, जिन्हें बारसूर पुलिस ने बरामद कर लिया है। पर्चो में ख़रीदी के एवज में ठेकेदार द्वारा चंदा नहीं दिये जाने का उल्लेख किया है ।
बता दें कि ये इलाक़ा नक्सल प्रभावित है, इस वजह से इंद्रावती किनारे ही पत्ता ख़रीदी की जाती है। लेकिन नक्सलियों ने दिन दहाड़े इस जगह पर पहुँच कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी दंतेवाड़ा में पिछले हफ्ते रोंजे तेंदूपत्ता फड़ में और ट्रक में आग लगी थी। लेकिन मौके पर कोई भी नक्सली बैनर पर्चा नहीं मिला था। ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन की वजह से फड़ में आग लगने को लेकर संदेह किया जा रहा था।
दरअसल, तेंदूपत्ता ठेकेदारों से नक्सली वसूली करते हैं, इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ और तेलंगाना बार्डर पर नकुलनार समिति के ठेकेदार को तेलंगाना पुलिस ने जंगल में नक्सलियों को पैसा देते जाते हुए गिफ्तार भी किया है। पैसे के साथ साथ ठेकेदार के पास से दवाई व विस्फोटक भी बरामद हुआ है। तेलंगाना पुलिस के द्वारा चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। बारसूर क्षेत्र में इंद्रावती के पार तेंदूपत्ता फड़ में आगजनी भी नक्सलियों की वसूली की ओर ही इशारा करती है।