नई दिल्ली : ISRO ने चंद्रमा के अपने तीसरे मिशन चंद्रयान-3 को लॉन्च कर दिया है। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया है। पहले पृथ्वी के आर्बिट और उसके बाद चंद्रमा के आर्बिट में चक्कर लगाते हुए, आज से ठीक 41 दिन बाद चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर 24 से 25 अगस्त के बीच लैंडिंग होगी। इस पर इसरो चीफ प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ एलवीएम-3एम4 रॉकेट ने चंद्रयान 3 को सटीक कक्षा में स्थापित किया।
पीएम मोदी ने कहा, ”चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं!
"Chandrayaan-3 scripts new chapter in India's space odyssey": PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) July 14, 2023
बता दें कि विक्रम लैंडर यदि सफलता के साथ चांद की सतह पर उतर जाता है तो भारत दुनिया का ऐसा चौथा देश होगा, जो यह कारनामा कर पाएगा। भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन ही अंतरिक्ष में इस लेवल पर पहुंच पाए हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेंद्र भंडारी का कहना है कि अगस्त के आखिरी सप्ताह में किसी भी दिन चंद्रयान की लैंडिंग होगी। कह सकते हैं कि स्वतंत्रता दिवस के बाद भारत को चंद्रयान-3 की सफलता के साथ एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार लैंडर विक्रम को लेकर बहुत सावधानी बरती गई है ताकि सॉफ्ट लैंडिंग आसानी से हो सके।