कैथल : उत्तरी भारत पर शासन करने वाले 9वीं शताब्दी के शासक मिहिर भोज की मूर्ति के अनावरण को लेकर हरियाणा के कैथल में गुज्जर और राजपूत समुदायों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिसके बाद इस्तीफे की झड़ी लग गई। कैथल जिले के कई भाजपा सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। दरअसल, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर प्रतिमा का अनावरण करने वाले थे, उनको राजपूत समुदाय से भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बाद सरकार ने विरोध को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस तैनाती की। जिसके बाद से पार्टी से इस्तीफा देने वाले सदस्यों में काफी रोष व्याप्त है।
इस मामले में बीजेपी किसान मोर्चा के संजीव राणा कहते हैं, “हमारे लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन प्रशासन ने जानबूझकर हम पर लाठीचार्ज किया। हम केवल यह मांग कर रहे थे कि हमारे महान नेता मिहिर भोज की नई प्रतिमा में उनका नाम हिंदू सम्राट लिखा जाए। हमने किसी से राजपूत या गुर्जर लिखने के लिए नहीं कहा, हमने केवल हिंदू सम्राट लिखने के लिए कहा था। बीजेपी के सभी राजपूत नेताओं ने अपना इस्तीफा हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को भेज दिया है। हमने बीजेपी के सभी पदों से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। जब तक सीएम एमएल खट्टर हमसे चर्चा नहीं करते, तब तक हमारा बीजेपी से कोई संबंध नहीं होगा।”
#WATCH | Haryana | Several members of BJP from Kaithal district, tendered resignation from the party after tension prevailed between the Gujjar and Rajput communities over the statue unveiling of Mihir Bhoj.
Sanjeev Rana, BJP Kisan Morcha, says "Our people were peacefully… pic.twitter.com/r2LvefR3n0
— ANI (@ANI) July 22, 2023
इस दौरान इस्तीफा देने वाले सदस्यों ने एक पत्र भी लिखा। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को लिखे पत्र में सदस्यों ने पार्टी पर उनके इतिहास को विकृत करने में मदद करने और पुलिस की मदद से मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण करने का आरोप लगाया है। इसमें ये भी कहा गया है कि मिहिर भोज को गुर्जर के रूप में दर्शाया गया है, जो कि गलत है। इस मामले में सदस्यों का कहना है कि सामूहिक इस्तीफा सिर्फ शुरुआत है। अगर पार्टी हमारे इतिहास को विकृत करना जारी रखती है, तो आगामी चुनावों में बुरी तरह हार जाएगी।