रायपुर : बिरनपुर घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद एक बार फिर से छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है। ये बयान आने के बाद कांग्रेसियों ने भाजपा पर चुनाव के समय धार्मिक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने राज्य निर्वाचन आयोग में इसकी शिकायत करने की बात कही है।
इसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अत्यंत भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने हत्या के एक मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा कि “भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है। जयराम रमेश ने लिखा अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फ़ायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है।
इधर आज इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता केदार गुप्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कहा कि कांग्रेसी कल से कह रहे हैं कि वह अमित शाह की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से करेंगे । कांग्रेसी शिकायत करें उन्हें कौन रोका है, लेकिन जब वह शिकायत करने जाएं तो मृतक भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू का वह लेटर लेकर भी जाएं जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उसके बेटे हत्या के एक दर्जन से अधिक आरोपी अभी सरकार के संरक्षण में खुले घूम रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस तरह से भुनेश्वर साहू की हत्या की गई वो लिंचिंग नहीं थी तो और क्या थी? और यह आरोप तो उसके पिता लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर कहा कि अमित शाह ने चुनी सरकार पर आरोप लगाया है। भारतीय जनता पार्टी की सप्रदायिकता पर PHD है।