नई दिल्ली : झारखंड विधानसभा में आज हुए विश्वात मत के टेस्ट में चंपई चैंपियन बनकर निकले और 47 विधायकों के वोट पाकर फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल कर ली विश्वात मत के विरोध में सिर्फ 28 वोट पड़े। इसी के साथ झारखंड की सियासत में पिछले कई दिनों से उठा तूफान अब शांत हो गया है। इस दौरान सीएम चंपई सोरेन और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और भाजपा ने जोरदार हमला बोला।
झारखंड में पिछले कई दिनों से जारी सियासी गहमागहमी के बीच सोमवार को मौजूदा चंपई सरकार के लिए अहम दिन था ।क्योंकि सोमवार को ये साबित होने वाला था कि झारखंड में खेला होगा या फिर जेएमएम अपनी ताकत दिखाएगी। आखिरकार इन सारे सवालों का जवाब मिल गया और फिलहाल झारखंड की राजनीति में आया तूफान थम गया है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम बने चंपई सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत के पक्ष में 47 वोट पड़े जबकि इसके खिलाफ 29 वोट पड़े। निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। कुल 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में मतदान के दौरान 77 विधायक उपस्थित रहे। सरकार बनाने के लिए किसी भी एक दल की 41 विधायकों की जरूरत होती है। इससे पहले विश्वास मत पर चर्चा के दौरान चंपई सोरेन ने बीजेपी पर जमकर निशाना साथा। चंपई ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की लेकिन हमने उनके मंसूबे नाकाम कर दिए।
विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में विधानसभा पहुंचे और वोटिंग में हिस्सा लिया। हेमंत सोरेने ने इस दौरान केंद्र सरकार, राज्यपाल और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। हेमंत सोरेन ने उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को साबित करने की चुनौती दी।
इससे पहले सत्तारूढ़ गठबंधन के करीब 38 विधायक विश्वास मत के मद्देनजर खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच दो फरवरी को दो विमानों से कांग्रेस शासित तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद ले जाए गए थे। ये सभी विधायक विश्वास मत से पहले रविवार शाम को रांची लौटे थे। बहरहाल झारखंड के सियासी खेल में चंपई चैंपियन बने हैं। विश्वास मत से मिली जीत से ना सिर्फ चंपई सरकार को ताकत मिलेगी बल्कि लगातार संकटों से जूझ रहे I.N.D.I.A. गठबंधन को भी इससे संजीवनी मिलेगी।