सक्ति : 28फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अनुभव आधारित शिक्षा प्रदान करने एवम विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल रुचिकर तरीको से समझ विकसित करने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा की कार्य योजना हर घर गुब्बारा कार शिक्षको की सहायता से बच्चो द्वारा निर्मित बलून कार को मात्र बनाया ही नही गया बल्कि न्यूटन जी के तीसरे नियम को कार्य करते हुए बच्चे आनंदपूर्वक कार रेस में सहभागिता किए।सभी बच्चो ने अपने अपने ढंग से अलग अलग कार बनाई जिसमें सभी का कार लंबी दूरी तक चला।बच्चे आसानी से विज्ञान दिवस के महत्व एवम बलून कार कैसे चला समझ गए।
इस अवसर पर भौतिकी के व्याख्याता श्री रोहित सर जिल्दल वर्ड स्कूल सक्ति के द्वारा भी बच्चो को वैज्ञानिकों के जीवन परिचय के साथ उनकी उपलब्धियों को परिचित करवाया गया। उन्होंने प्रधान पाठक के साथ बच्चो द्वारा निर्मित कार को स्वयं चलाया। उनके द्वारा आज विशेष विज्ञान क्लास लिया गया।ज्ञात हो कि आश्रम शाला के शिक्षक शैल पांडेय द्वारा हुनर के झोला तैयार कर अन्य विद्यालय को भी तैयार करवाने के उद्देश्य से राज्य से चयनित होने के बाद हुनर के झोला की आज विज्ञान दिवस पर आश्रम एवम मिडिल स्कूल जोंगरा मे प्रदर्शन किया गया। जोंगारा स्कूल के बच्चो ने भी लगाई विज्ञान प्रदर्शनी एवम कार रेस।
छात्र रेशम सिदार का कार 40फीट एवम तेजमेय उराव का 32फीट दौड़ पाया छात्र शिवाशू, सूरज, विनोद,झलक,प्रभात,जयंत,पूरब, राजेंद्र,रूपेश, रूमेश का भी कार बहुत सराहनीय रहा।इस अवसर पर हुनर के झोला तैयार कर रहे शैल पांडेय द्वारा झोला से अचंभित करने वाले जादुई प्रयोग करके विज्ञान दिवस को सफल बनाए दैनिक जीवन में विज्ञान के उपयोग को बच्चो शिक्षको को बताया।उन्होंने केले को बिना चाकू, बिना ब्लेड बिना कोई टूल्स से विज्ञान विधि से दो टुकड़े करके बच्चों को विज्ञान के प्रति लगाव को बढ़ा दिया। बच्चो को अचंभित करके कैसे केला दो भाग हुआ सोचने के लिए विवश कर दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्र झलक पटेल,शिवांशु, सूरज,रेशम,विनोद प्रभात की भूमिका सराहनीय रहा।