रायपुर : छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव ऐप मामले में EOW ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज किया है. FIR दर्ज होने पर डिप्टी सीएम अरुण साव और मंत्री केदार कश्यप ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया X पर ‘हर-हर महादेव’ की हुंकार भरी है.
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा है-
अपने नाम का अपमान कहां सहते महादेव!
यत्र तत्र और सर्वत्र…”महादेव”! हर – हर महादेव.
वहीं मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि आँख तीसरी जब ये खोले हिले धरा और स्वर्ग भी डोले FIR दर्ज, महादेव का प्रकोप, हर-हर महादेव.
बता दें लोकसभा चुनाव के पहले पूर्व सीएम की मुश्किल काम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ठीक चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव एप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ FIR ने मामला दर्ज किया है । पूर्व सीएम बघेल पर पुलिस के एफआईआर में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया हैं। इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 16 अन्य लोगों का नाम शामिल है।
वहीं छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव सट्टा ऐप केस (Mahadev Satta App case) में EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने ED की शिकायत पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज की है।
वहीं FIR को लेकर प्रदेश के भूपेश बघेल ने कहा, लोकसभा के चुनाव की तारीख घोषित हो चुके है, कांग्रेस पार्टी ने मुझे राजनांदगाँव से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है, ये चर्चा मीडिया में बहुत पहले से शुरू हो गई थी, इसी बीच महादेव एप्प का मामला बाहर आया, आज दिल्ली से एक खबर छपी जिसमे EOW ने FIR दर्ज की, FIR में मेरा भी नाम है, एफआईआर की कॉपी आप देखेगे तो इसमें 4 मार्च लिखा है, 13, 14 दिन बाद दिल्ली से इसे प्रकाशित किया जा रहा है. FIR रायपुर से हुई है तो यहाँ से प्रकाशित नहीं किया.
उन्होंने आगे कहा कि, 2022 में इसके ख़िलाफ़ हम लोगो ने मामले दर्ज किया, 72 FIR दर्ज किए, इसमें लगभग 400 लोगो की गिरफ़्तारियाँ हुई, पूरे देश में महादेव एप्प जो सत्ता है उसके ख़िलाफ़ व्यापक पैमाने पर छत्तीसगढ़ में कार्रवाई की गई, जिसमें एक हज़ार से अधिक खाते और एटीएम सीज किए गये, सौरभ चंद्राकर, रविउत्पल दो ही मलिक थे , लेकिन अचानक से एक शुभम् सोनी का वीडियो जारी होता है, जो ED नहीं भाजपा जारी करती है, असीम दास की जब गिरफ्तारी होती है, जिस गाड़ी में पैसा मिलता है वह भाजपा नेता के भाई के नाम पर गाड़ी मिला है, FIR में मेरा नाम दबाव पूर्वक डाला गया है, राजनीतिक एफ़आईआर है, अभी भी महादेव सट्टा बंद नहीं हुआ है.