केवड़िया :सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती पर पीएम मोदी गुजरात के केवड़िया पहुंचे। उन्होंने सुबह करीब 7:15 बजे सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली और सरदार वल्लभभाई पटेल की 149वीं जयंती के मौके पर गुजरात के केवड़िया में हैं। एकता दिवस के मौके पर उन्होंने कहा- कभी हम स्कूल-कॉलेज में एकता के गीत गाते थे कि हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रंग-रूप, भेष-भाषा चाहे अनेक हैं।
आज कोई अगर कह दें कि एक हैं तो उसे फेक कहते हैं। अगर कोई कहता है कि एक हैं तो सेफ हैं तो इसे गलत बताते हैं। इन लोगों को देश की एकता अखर रही है। हमें ऐसी प्रवृत्ति से पहले से भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।
PM ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में भी यूनिटी है। इसको बनाने के लिए देश के किसानों के पास से खेत में काम में आने वाले औजारों का लोहा लाया गया, क्योंकि सरदार साहब किसान पुत्र थे।
अपने संबोधन से पहले PM ने सुबह करीब 7:15 बजे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की और एकता दिवस की शपथ दिलाई। इसके बाद उन्होंने एकता परेड देखी, जिसमें 9 राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस, 4 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, NCC और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल हुईं।
परेड में NSG की हेल मार्च टुकड़ी, BSF और CRPF के महिला और पुरुष बाइकर्स की रैली, BSF के मार्शल आर्ट का शो, स्कूली बच्चों का पाइप बैंड शो, वायुसेना का ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट शामिल हुईं।
कभी हम स्कूल-कॉलेज में एकता के गीत गाते थे- हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रंग-रूप, भेष-भाषा चाहे अनेक हैं। आज कोई अगर कह दें कि एक हैं तो उसे फेक कहते हैं। अगर कोई कहता है कि एक हैं तो सेफ हैं तो इसे गलत बताते हैं। इन लोगों को देश की एकता अखर रही है। हमें ऐसी प्रवृत्ति से पहले से भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।
भारत के भीतर, बाहर अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। वे भारत को चोट पहुंचाने में जुटे हैं। वे चाहते हैं कि दुनिया में भारत की गलत छवि उभरे। ये लोग भारत की सेनाओं को टारगेट करने में लगे हैं। मिस इन्फॉर्मेशन कैंपेन चलाए जा रहे हैं। ये लोग जात-पात के नाम विभाजन करने में लगे हैं। इनका एक ही मकसद है, भारत का समाज, एकता कमजोर हो। ये कभी नहीं चाहते कि भारत विकसित हो। क्योंकि कमजोर, गरीब भारत की राजनीति ऐसे लोगों को सूट करती है। 5-5 दशक तक ऐसी राजनीति देश को दुर्बल करते हुए चलाई गई। ये लोग भारत के जन-जन के बीच देश के तोड़ने के काम कर रहे हैं।