हिंदू धर्म में बसंत पंचमी का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. ये दिन विद्या की देवी माता सरस्वती को समर्पित किया गया है. बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा और अर्चना का विधान है. इस दिन घर, ऑफिस और शिक्षण संस्थानों में ज्ञान, बुद्धि और विद्या की देवी माता सरस्वती का पूजन किया जाता है. सरस्वती की कृपा और ज्ञान प्राप्ति के लिए इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस बार बसंत पंचमी की डेट को लेकर थोड़ी संशय की स्थिति है. ऐसे में आइए जानते हैं कि बसंत पंचमी इस साल किस डेट को पड़ रही है.
इस साल कब है बसंत पंचंमी?
वैदिक पंचांग के अनुसार हर साल बसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होता है. इस बार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू हो रही है. ये तिथि अगले दिन सुबह 9 बजकर 36 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, बसंत पंचमी का त्योहार इस साल 3 फरवरी को रहेगा. इस दिन सुबह 7 बजकर 10 मिनट से लेकर 9 बजकर 30 तक माता सरस्वति की पूजा का शुभ मुहूर्त है. इसी मुहूर्त में माता सरस्वती की पूजा की जानी चाहिए.
बसंत पंचमी पूजा विधि
- बसंत पंचमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. फिर मां सरस्वती का ध्यान करना चाहिए.
- इसके बाद स्नान करके पीले वस्त्र पहनने पहनने चाहिए. क्योंकि मां को पीला रंग बहुत प्रिय है.
- फिर चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर माता सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर रखनी चाहिए.
- इसके बाद माता को पीले रंग का वस्त्र चढ़ाना चाहिए.
- माता को पीले फूल, रोली, केसर, हल्दी, चंदन और अक्षत भी चढ़ाना चाहिए.
- माता को पीले चावल, फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए.
- माता के सामने घी का दिया जलाना चाहिए.
- माता सरस्वती के मंत्रों का जाप करना चाहिए.
- अंत में माता की आरती करनी चाहिए. फिर प्रसाद वितरित करना चाहिए.
बसंत पंचमी उपाय
जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता वो बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की तस्वीर या मूर्ति के समाने पुस्तक रखकर पूजा करें. माता से ज्ञान और बुद्धि देने की कामना करें. ऐसा करने से विद्या और ज्ञान प्राप्त होता है.