नई दिल्ली : एकादशी तिथि को जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुभ मानी जाती है। पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर विधिपूर्वक व्रत किया जाता है। साथ ही विशेष चीजों का दान मंदिर या गरीब लोगों में किया जाता है।अब नए माह यानी मार्च की शुरुआत होने जा रही है। इस बार मार्च के महीने में आमलकी एकादशी और पापमोचिनी एकादशी व्रत किया जाएगा। आमलकी एकादशी के दिन आंवला के पेड़ की पूजा-अर्चना करने का विधान है। पद्म पुराण के अनुसार, एकादशी के दिन व्रत और उपासना करने से साधक को जीवन में आ रहे दुख और संकट से छुटकारा मिलता है।
आमलकी एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्तवैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 09 मार्च को सुबह 07 बजकर 45 मिनट पर शुरू हो रही है और तिथि का समापन 10 मार्च को सुबह 07 बजकर 44 मिनट पर हो रहा है। इस प्रकार 10 मार्च को आमलकी एकादशी व्रत किया जाएगा।
आमलकी एकादशी 2025 व्रत पारण का टाइम (Amalaki Ekadashi 2025 Vrat Paran Time)
एकादशी व्रत का पारण अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर किया जाता है। पंचांग के अनुसार, आमलकी एकादशी व्रत पारण करने का शुभ मुहूर्त 11 मार्च को सुबह 06 बजकर 35 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक है। व्रत का पारण करने के बाद विशेष चीजों का दान करना चाहिए।पापमोचिनी एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Papmochani Ekadashi 2025 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 25 मार्च को सुबह 05 बजकर 05 मिनट पर होगी और तिथि का समापन अगले दिन यानी 26 मार्च को देर रात 03 बजकर 45 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में 25 मार्च को पापमोचनी एकादशी मनाई जाएगी।पापमोचनी एकादशी 2025 एकादशी व्रत पारण टाइम (Papmochani Ekadashi 2025 Vrat Paran Time)
पंचांग के अनुसार, 26 मार्च को पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण दोपहर 01 बजकर 41 मिनट से 04 बजकर 08 मिनट तक किया जा सकता है।