मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
आतंकवादी संगठन एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे
अजार ने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमें यह स्वीकार करना होगा कि ये आतंकवादी संगठन एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे हैं। पहलगाम हमले और सात अक्टूबर (2023) को इजरायल में जो हुआ, उसके बीच समानताएं हैं। मासूम पर्यटक पहलगाम में अपनी छुट्टियों का आनंद ले रहे थे, जबकि इजराइल में लोग एक संगीत समारोह मना रहे थे।’
- अजार ने वैश्विक समुदाय से आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देशों को बेनकाब करने का भी आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह समस्या व्यक्तिगत आतंकवादियों से कहीं आगे तक फैली हुई है।
- उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बेनकाब किया जाना चाहिए क्योंकि आतंकवादी उन देशों द्वारा किए गए कई कामों का फायदा उठाते हैं जो उन्हें धन, खुफिया जानकारी और हथियार मुहैया कराते हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय समन्वय का आह्वान करते हुए रूवेन अजार ने कहा कि मुझे लगता है कि चरमपंथी तत्वों को सुविधाएं प्रदान करने वाले संगठनों की क्षमताओं पर सभी देशों को पूर्णतया प्रतिबंध लगाना चाहिए।आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए न केवल सैन्य कार्रवाई की आवश्यकता है, बल्कि उकसावे से निपटने के प्रयासों की भी आवश्यकता है। आतंकवादी केवल हिंसा का उपयोग नहीं कर रहे हैं। वे हिंसा भड़का भी रहे हैं।