गत बार की चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए रविवार को ईडन गार्डेंस स्टेडियम में हर हाल में राजस्थान रॉयल्स को हराना होगा। दूसरी तरफ प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो चुकी राजस्थान कोलकाता से पिछली हार का बदला चुकाने के लिए मैदान में उतरेगी। कोलकाता ने राजस्थान को आठ विकेट से हराकर वर्तमान सत्र में पहली जीत दर्ज की थी। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की टीम के लिए अब हर मैच ही ‘करो या मरो’ जैसा है।अंतिम चार में जगह बनाने के लिए उसे लीग राउंड के शेष चारों मैच तो जीतने होंगे ही, अन्य टीमों के मैचों के नतीजों पर भी निर्भर करना पड़ सकता है। दोनों टीमों के बीच अब तक 31 मैच हुए हैं, जिनमें कोलकाता ने 15 तो राजस्थान ने 14 जीते हैं। दो मैच बेनतीजा रहे हैं। कोलकाता के लिए सकारात्मक पक्ष यह है कि पिछले मैच में उसने दिल्ली को उसी के मैदान में 14 रनों से हराया है, जिससे उसके खिलाड़ियों का आत्मविश्वास निश्चित रूप से बढ़ा है जबकि राजस्थान को पिछले मैच में मुंबई के हाथों 100 रनों की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। उसके बल्लेबाज मात्र 117 रनों पर ढेर हो गए थे।
अब तो फार्म में लौटो
टूर्नामेंट खत्म होने को है लेकिन अब तक कोलकाता के उपकप्तान वेंकटेश अय्यर व आंद्रे रसेल अपना खोया फार्म तलाश नहीं पाए हैं। कोलकाता के लिए राहत की बात यह है कि सुनील नारायण की गेंदबाजी लय में लौटी है। नारायण ने पिछले मैच में तीन विकेट चटकाए थे। दिल्ली के विरुद्ध रिंकू सिंह के बल्ले से थोड़े रन निकले हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाजी में पहले जैसी आक्रामकता नहीं दिखी है। आरंभिक विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज व अंगकृष रघुवंशी ने भी बल्ले से योगदान किया है, हालांकि रोवमैन पावेल को खिलाकर कोलकाता को अबतक खास फायदा नहीं हुआ है। ऐसे में देखना है कि ‘करो या मरो’ के मैच में कोलकाता का अंतिम एकादश क्या होता है।‘बास बेबी’ को देखने आएंगे लोग
कोलकाता के क्रिकेटप्रेमियों का एक बड़ा वर्ग रविवार को विशेष रूप से 14 साल के वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी देखने स्टेडियम आएगा। वैभव ने गुजरात के विरुद्ध महज 35 गेंदों पर शतक जड़कर सबको चकित कर दिया था। मुंबई के विरुद्ध पिछले मैच में वह भले खाता न खोल पाया हो, लेकिन टीम प्रबंधन को ईडन गार्डेंस में उससे एक और बड़ी पारी की आस होगी। शानदार फार्म में चल रहे यशस्वी जायसवाल (11 मैचों में 439 रन) भी ईडन गार्डेंस में रनों की बौछार कर सकते हैं। तेज गेंदबाजों को रास आ रही ईडन की पिच पर जोफ्रा आर्चर क्या कमाल करते हैं, यह भी देखने वाली बात होगी।