हिंदू धर्म में शाम के समय में भी कुछ ऐसे कार्य है, जिन्हें करना वर्जित बताया गया है। कहा जाता है कि, यदि ये कार्य शाम के समय में किये तो जीवन में दुःख और निर्धनता का वास हो जाता है। इसके पीछे मां लक्ष्मी समेत अन्य देवी-देवताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते है वास्तु के अनुसार, सूर्यास्त के बाद किन कामों को नहीं करना चाहिए।
शाम के समय कौन से काम नहीं करने चाहिए
शाम के समय पैसे न दें उधार
वास्तु के अनुसार, शाम के समय किसी को भी रुपए-पैसे उधार नहीं देने चाहिए। कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद उधार देने से धन वापसी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सूर्यास्त के समय लिया गया उधार चुकाने में भी दिक्कतें आती हैं।
तुलसी के पत्ते न तोड़ें
वास्तु के अनुसार,शाम के समय तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। हिंदू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। कहते है ऐसा करने से भगवान विष्णु रुष्ट हो सकते हैं। वास्तु के अनुसार, सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
दूध-दही का न करें दान
वास्तु के अनुसार, हिन्दू धर्म शास्त्रों में सूर्यास्त के बाद यानी शाम के समय में दूध, दही, छाछ जैसी वस्तुओं का दान करना वर्जित बताया गया है। मान्यता है कि, इन चीजों को शाम के समय दान करने से घर की बरकत चली जाती है और सारी सुख-शांति भी छिन जाती है।
घर में झाड़ू शाम के समय न लगाएं
वास्तु के अनुसार, सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
न दें किसी को भी हल्दी
हिन्दू धर्म शास्त्रों में सूर्यास्त के बाद अर्थात् शाम के समय में हल्दी देना भी अशुभ माना गया है। मान्यताओं के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति शाम के समय में किसी को हल्दी देता है तो उसका सौभाग्य दुर्भाग्य में परिवर्तित हो जाता है। हल्दी का संबंध बृहस्पति और विष्णु से है।
शाम को नमक- सुई भी ना दें
आपको बता दें, हिन्दू धर्म शास्त्रों में सूर्यास्त के बाद अर्ताथ शाम के समय में नमक और सुई किसी को देना गलत बताया गया है। कहते है ऐसा करने से उस व्यक्ति के जीवन में परेशानियां बढ़ जाती है और तरक्की के मार्ग रुक जाते है। ऐसे व्यक्ति को जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ता है।