इस सब्जी की खेती बेहद कम दिनों और कम लागत में अधिक मुनाफा कराने वाली साबित होती है इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
तोरई की इस किस्म की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है इसकी खेती में फसल को तैयार होने में ज्यादा दिन नहीं लगते है इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है क्योकि लोग इसका सेवन करना ज्यादा पसंद करते है तोरई की इस किस्म के फल 30 से 35 सेंटीमीटर लंबे और 200 से 250 ग्राम के होते है। इसकी खेती से न केवल अधिक उपज मिलती है बल्कि ये कई रोगों के प्रति रोधी भी होती है। हम बात कर रहे है तोरई की IRIS मैक्स 001 किस्म की खेती की ये तोरई की एक उन्नत किस्म है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
कैसे करें खेती
अगर आप तोरई की IRIS मैक्स 001 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे खेती करने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। तोरई की IRIS मैक्स 001 किस्म की खेती के जल निकासी वाली मिट्टी उपयुक्त होती है इसकी बुवाई के लिए बरसात का मौसम अच्छा माना जाता है इसके पौधे इस किस्म के बीज के माध्यम से लगाए जाते है बुवाई से पहले इसके बीजों का उपचार करना चाहिए। बुवाई के लिए प्रति एकड़ 600 ग्राम बीज पर्याप्त होते है। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 45-50 दिन में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप तोरई की IRIS मैक्स 001 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी एक एकड़ में तोरई की IRIS मैक्स 001 किस्म की खेती करने से करीब 80 से 90 हजार रूपए की कमाई हो सकती है। ये तोरई की एक उच्च उपज देने वाली लोकप्रिय किस्म है। इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।