इंटीमेसी की कमी
भरोसे की कमीविश्वास वो धागा है जो किसी भी रिश्ते को मजबूती से बांधे रखता है। अगर रिश्ते में शक की गुंजाइश पैदा हो जाए, तो यह धीरे-धीरे दीमक की तरह पूरे रिश्ते को अंदर से खोखला कर देती है। एक बार भरोसा टूट जाए तो उसे दोबारा बनाना बेहद मुश्किल होता है। शक करने से पार्टनर पर बेवजह दबाव पड़ता है और वे घुटन महसूस करने लगते हैं।
कैसे करें ठीक: अपने पार्टनर पर पूरा भरोसा रखें। अगर कोई बात परेशान कर रही है, तो सीधा उनसे बात करें। पीछे से बातें न करें और न ही जासूसी करें। अपनी बातों और वादों पर खरे उतरें ताकि आपका पार्टनर आप पर हमेशा भरोसा कर सके। ईमानदारी और पारदर्शिता रिश्ते की नींव को और मजबूत बनाती है।
खुलकर बात न करना
रिश्ते में खुलकर बात करना बेहद जरूरी है। जब हम अपनी भावनाओं, इच्छाओं और परेशानियों को अंदर ही दबाते रहते हैं, तो यह एक बड़ी दीवार बन जाती है जो दो लोगों के बीच दूरी पैदा कर देती है। ‘उसे खुद समझना चाहिए’ या ‘मैं क्यों पहले बोलूं’ जैसी सोच रिश्ते को कमजोर करती है। अनकही बातें अक्सर गलतफहमी को जन्म देती हैं।
कैसे करें ठीक: अपने पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करें। उन्हें बताएं कि आप क्या महसूस कर रहे हैं, क्या सोच रहे हैं। अपनी शिकायतें या परेशानियां भी शांति से बताएं। उनकी बातों को भी ध्यान से सुनें और उन्हें बीच में न काटें। याद रखें, बातचीत किसी भी समस्या का सबसे पहला और सबसे जरूरी समाधान है।